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Up Kiran, Digital Desk: इंदौर राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड सोनम रघुवंशी 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के नंदगंज स्थित एक ढाबे पर मिली थी। लेकिन इस दौरान सोनम की मदद दो और लोगों ने की थी। उसकी मदद करने वाले दो लोगों के बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। किसकी मदद से सोनम वाराणसी पहुंची और वाराणसी से गाजीपुर स्थित एक चाय की दुकान पर पहुंची। फिलहाल शिलांग पुलिस मामले की जांच कर रही है। 9 जून की सुबह गाजीपुर के नंदगंज इलाके में काशी टी स्टॉल पर पहुंची सोनम रघुवंशी के साथ ही राजा रघुवंशी की हत्या में शामिल सभी पांच आरोपी शिलांग पुलिस की हिरासत में हैं, लेकिन अब इस हत्याकांड में दो और लोगों की तलाश जारी है। ये दोनों संदिग्ध सोनम के मददगार हैं जिनके साथ उसे वाराणसी रेलवे स्टेशन और बाद में कैंट बस स्टेशन पर देखा गया था, जिनके साथ सोनम गोरखपुर जाने वाली बस में सवार हुई थी।
गाजीपुर के सैदपुर इलाके की रहने वाली उजाला यादव ने भी इसमें नई एंट्री की है। उसने दावा किया कि 8 जून की रात को सोनम और वह गोरखपुर जाने वाली बस में साथ में सफर कर रही थीं। 8 जून की रात 10:00 बजे जब उजाला यादव वाराणसी रेलवे स्टेशन पर उतरीं तो सोनम उन्हीं कपड़ों में, अपना चेहरा ढके हुए उनके पास आई और नजदीकी बस स्टॉप का रास्ता पूछा।
उजाला यादव ने बताया कि सोनम के साथ दो और लोग थे। एक लड़का सफेद शर्ट पहने हुए था और उसने अपना चेहरा छिपा रखा था। दूसरे लड़के ने भी अपना चेहरा छिपा रखा था। उजाला भी गाजीपुर के सैदपुर स्थित अपने घर जाना चाहती थी, वह भी बस स्टेशन पहुंच गई। 10 मिनट बाद सोनम भी गाजीपुर से गोरखपुर जाने वाली बस में सवार हो गई।
सोनम को रात भर यात्रा करके गोरखपुर पहुंचना था। उसके पास पैसे थे, जिससे उसने वाराणसी से गोरखपुर तक का टिकट भी बुक कर लिया। सोनम ने अपने परिवार से बात करने के लिए उजाला का फोन मांगा, नंबर टाइप किया, लेकिन कॉल नहीं लगी। उसने उजाला के फोन से नंबर भी डिलीट कर दिया। सोनम पूरी यात्रा के दौरान अपनी पहचान छिपाने के लिए सावधानी बरत रही थी। फिलहाल सोनम से पूछताछ की जा रही है।
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