
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश का ऐतिहासिक शहर कुरनूल अब एक नया मुकाम हासिल करने को तैयार है। जिले के कलेक्टर ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण अपील करते हुए कहा है कि जनता के सक्रिय सहयोग से कुरनूल को एक 'मॉडल सिटी' यानी एक आदर्श और अनुकरणीय शहर बनाया जा सकता है। उनका मानना है कि किसी भी शहर का वास्तविक विकास और उसकी पहचान सिर्फ सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और उनकी जागरूकता से बनती है।
कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि अगर शहर का हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे और छोटे-छोटे बदलावों को अपनाए, तो कुरनूल को एक मिसाल शहर बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि एक मॉडल शहर वह होता है जहां बुनियादी सुविधाएं उत्कृष्ट हों, सुरक्षा का माहौल हो, और हर नागरिक को अपने शहर पर गर्व महसूस हो।
जनता से क्या है अपील?
कलेक्टर ने शहर के सभी निवासियों से विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से योगदान देने का आग्रह किया:
स्वच्छता और पर्यावरण: 'स्वच्छ कुरनूल, स्वस्थ कुरनूल' के नारे को अपनाते हुए अपने आसपास सफाई बनाए रखें। कचरा उचित स्थानों पर ही डालें, खुले में कूड़ा फेंकने से बचें और प्लास्टिक के उपयोग को कम करें। शहर को हरा-भरा बनाने के लिए पेड़ लगाएं और उनकी देखभाल करें।
यातायात अनुशासन: यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करें। सही जगह पर पार्किंग करें और सड़कों पर अनावश्यक भीड़ या जाम से बचने में सहयोग करें।
नागरिक कर्तव्य: अवैध गतिविधियों की सूचना दें। सार्वजनिक संपत्तियों की सुरक्षा करें और बिजली-पानी जैसे संसाधनों का सदुपयोग करें।
जागरूकता और भागीदारी: सरकारी योजनाओं और पहलों के बारे में जागरूक रहें और उनमें सक्रिय रूप से भाग लें। अपने सुझाव दें और शहर की बेहतरी के लिए मिलकर काम करें।
कलेक्टर का विजन है कि कुरनूल एक ऐसा शहर बने जहां जीवन की गुणवत्ता उच्च हो और सभी के लिए अवसर उपलब्ध हों। इस पहल का उद्देश्य न केवल शहर के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाना है, बल्कि कुरनूल को एक ऐसे समुदाय के रूप में भी स्थापित करना है जहां नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझते हैं और अपने शहर के विकास में सक्रिय भागीदार होते हैं। जनता के सहयोग से ही कुरनूल वाकई एक मॉडल शहर बन सकता है।
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