
Up Kiran, Digital Desk: 'मेक इन इंडिया' की अब तक की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक को लेकर बहुत बड़ी खबर सामने आई है। भारत अपने 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (5th Gen Fighter Jet) 'AMCA' को बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, और अब इस महा-परियोजना में देश की कई दिग्गज कंपनियां भी शामिल हो गई हैं।
टाटा, अडानी और HAL समेत देश की सात बड़ी प्राइवेट और सरकारी कंपनियों ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के साथ मिलकर AMCA के प्रोटोटाइप बनाने के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।
क्या है यह पूरा प्रोजेक्ट?लक्ष्य: भारत का अपना 'स्टील्थ' फाइटर जेट बनाना, जो दुश्मन के रडार को भी चकमा दे सके। इस विमान का नाम एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) है।
प्लान: DRDO ने इस जेट को डिजाइन कर लिया है और अब इसके 5 प्रोटोटाइप (शुरुआती मॉडल) बनाने हैं।
साझेदारी: इन प्रोटोटाइप को बनाने के लिए DRDO किसी एक भारतीय कंपनी को अपने 'डेवलपमेंट पार्टनर' के रूप में चुनेगा।
क्यों है यह इतनी बड़ी खबर?
यह पहली बार है जब भारत के इतने बड़े और महत्वपूर्ण रक्षा प्रोजेक्ट में प्राइवेट सेक्टर को इतनी बड़ी भूमिका दी जा रही है। अब तक ऐसे ज्यादातर प्रोजेक्ट्स सरकारी कंपनी HAL ही करती आई है। टाटा और अडानी जैसी प्राइवेट कंपनियों का इस दौड़ में शामिल होना दिखाता है कि भारत अब रक्षा उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए कितना गंभीर है।
इस प्रोजेक्ट के सफल होने का मतलब होगा कि भारत उन चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा, जिनके पास अपनी 5वीं पीढ़ी की फाइटर जेट टेक्नोलॉजी है। यह न सिर्फ हमारी वायु सेना को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा, बल्कि इससे दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता भी खत्म हो जाएगी।
अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि DRDO किस कंपनी को अपना भागीदार चुनता है, जो भारत के इस सबसे बड़े 'फाइटर जेट' सपने को साकार करने में मदद करेगी।