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Up Kiran, Digital Desk: ओडिशा सरकार ने अब राज्य में उपलब्ध पानी के हर स्रोत का सटीक और व्यापक डेटा इकट्ठा करने का बीड़ा उठाया है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राज्य सरकार ने जल संसाधन जनगणना (Water Resources Census) कराने का फैसला किया है। इसका मुख्य मकसद यह जानना है कि ओडिशा के पास पानी के कौन-कौन से और कितने स्रोत हैं, उनका उपयोग कैसे हो रहा है, और उनके रखरखाव की क्या स्थिति है।

इस जनगणना में गाँव-गाँव और शहर-शहर जाकर तालाबों, टैंकों, जलाशयों, चेक डैमों, नहरों और लिफ्ट सिंचाई परियोजनाओं जैसे सभी प्रकार के जल निकायों (water bodies) का विवरण जुटाया जाएगा। यह जानकारी इकट्ठा करने के लिए जियो-टैगिंग (Geo-tagging) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे हर जल स्रोत की भौगोलिक स्थिति को डेटा के साथ जोड़ा जा सके।

इस तरह की व्यापक जनगणना ओडिशा में पहली बार हो रही है। सरकार का मानना है कि सटीक और अद्यतन (up-to-date) जानकारी उपलब्ध होने से जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन, भविष्य की योजनाओं के निर्माण और सिंचाई कवरेज को बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह डेटा पानी के विवेकपूर्ण उपयोग और राज्य के विकास के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगा।

यह पहल राज्य के जल संसाधन विभाग द्वारा की जा रही है और इसे जमीन पर उतारने के लिए फील्ड सर्वे किए जाएंगे। इस जनगणना से प्राप्त जानकारी ओडिशा की जल सुरक्षा और कृषि क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।

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