
Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने घरेलू क्रिकेट ढांचे में बड़ा फेरबदल किया है। इस फैसले से न केवल क्रिकेट जगत हैरान है, बल्कि 21 बार की रिकॉर्ड विजेता टीम को भी निचले स्तर पर धकेल दिया गया है। पीसीबी के नए अध्यक्ष जका अशरफ ने ये अहम बदलाव घोषित किए हैं, जिनका उद्देश्य पाकिस्तानी क्रिकेट की गुणवत्ता में सुधार करना और युवा प्रतिभाओं को एक मजबूत मंच प्रदान करना है।
नए ढांचे की मुख्य बातें: अशरफ ने पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में विभागीय क्रिकेट (Departmental Cricket) की वापसी की घोषणा की है, जो खिलाड़ियों के लिए वित्तीय स्थिरता और नौकरी की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। पूर्व में, रमीज राजा के कार्यकाल के दौरान विभागीय क्रिकेट को खत्म कर दिया गया था, जिससे कई खिलाड़ी बेरोजगार हो गए थे।
नए ढांचे में तीन-स्तरीय प्रणाली होगी: क्षेत्रीय टीमें, शहर-आधारित टीमें और विभागीय टीमें। इसमें प्रमुख टूर्नामेंट जैसे फर्स्ट-क्लास कायदे आजम ट्रॉफी, एक दिवसीय पाकिस्तान कप और टी20 नेशनल टी20 कप शामिल होंगे।
कायदे आजम ट्रॉफी (First-Class): इसमें 8 क्षेत्रीय टीमें हिस्सा लेंगी।
पाकिस्तान कप (वन-डे) और नेशनल टी20 कप: इन दोनों टूर्नामेंट में 8 क्षेत्रीय टीमें और 8 विभागीय टीमें शामिल होंगी, जिससे कुल 16 टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी।
शहर क्रिकेट (City Cricket): शहर स्तर पर लीग और टूर्नामेंट आयोजित किए जाएंगे ताकि जमीनी स्तर से प्रतिभाओं को खोजा जा सके।
चौंकाने वाला फैसला: 21 बार की चैंपियन टीम बाहर!
इस पुनर्गठन का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि 21 बार की रिकॉर्ड विजेता टीम, कराची को, इस नई शीर्ष स्तरीय प्रणाली से निचले स्तर पर धकेल दिया गया है। कराची, जो घरेलू क्रिकेट में एक मजबूत ताकत रही है, अब निचले डिवीजन में खेलेगी, जिससे उसके खिलाड़ी और प्रशंसक दोनों निराश हैं। यह फैसला क्रिकेट पंडितों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है कि क्या एक इतने सफल टीम को इस तरह से बाहर करना सही है।
पीसीबी का लक्ष्य इस नए ढांचे के माध्यम से पाकिस्तानी क्रिकेट की गुणवत्ता को बढ़ाना, युवा प्रतिभाओं की पहचान करना और खिलाड़ियों के लिए एक स्थिर करियर मार्ग सुनिश्चित करना है। यह बदलाव पूर्व पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा के कार्यकाल के दौरान शुरू की गई केंद्रीकृत क्षेत्रीय प्रणाली की आलोचना के बाद आया है, जिसमें कई खिलाड़ी बेरोजगार हो गए थे।
यह कदम पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। हालांकि इसके परिणाम समय के साथ ही पता चलेंगे, लेकिन पीसीबी को उम्मीद है कि यह पुनर्गठन देश के क्रिकेट परिदृश्य को मजबूत करेगा और भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखेगा।
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