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सरकारी उपक्रम पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने फंडिंग में चूक और धोखाधड़ी को लेकर जेनसोल इंजीनियरिंग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। पीएफसी ने मंगलवार को कहा कि वह 307 करोड़ रुपये के बकाया ऋण की वसूली के लिए सभी संभावित विकल्पों पर विचार कर रही है और जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। जेनसोल वर्तमान में सेबी और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा धन के दुरुपयोग और झूठे दस्तावेज प्रस्तुत करने के गंभीर आरोपों की जांच के दायरे में है।
जनवरी 2023 में 633 करोड़ रुपए का लोन मंजूर
पीएफसी ने जनवरी 2023 में जेनसोल इंजीनियरिंग को 633 करोड़ रुपये का ऋण मंजूर किया था। इसका उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद करना था, जिसमें ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी को पट्टे पर देने के लिए 5000 ईवी और 1000 तिपहिया वाहनों की खरीद शामिल थी।
ईवी कारों के लिए 587 करोड़
तिपहिया वाहन के लिए 46 करोड़ रुपये
हालाँकि, रिपोर्ट के अनुसार, इस फंड का उपयोग तिपहिया वाहन के लिए नहीं किया गया। वहीं, पीएफसी ने ईवी कारों के लिए स्वीकृत राशि में से 352 करोड़ रुपये जेनसोल को जारी कर दिए।
31 जनवरी से भुगतान की नियमितता तक
पीएफसी के अनुसार, जेनसोल नियमित रूप से 31 जनवरी, 2025 तक किस्तों का भुगतान करने में चूक कर रही है। कंपनी ने अब तक 45 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जिससे 307 करोड़ रुपये का मौजूदा बकाया रह गया है। जेनसोल ने फरवरी और मार्च 2025 के ऋण भुगतान के लिए ऋण सेवा आरक्षित खाते (डीएसआरए) का उपयोग किया।
ईओडब्ल्यू में जालसाजी की शिकायत दर्ज कराएं
पीएफसी ने यह भी पुष्टि की कि जेनसोल ने ऋण रिकॉर्ड में बेहतर प्रदर्शन दिखाने के लिए फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए। यही कारण है कि कंपनी के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही सेबी भी कंपनी की गतिविधियों की जांच कर रही है।
संपत्तियों और गारंटियों की स्थिति क्या है?
पीएफसी ने यह भी बताया कि जेनसोल को दी गई 2741 कारों को बंधक बनाकर रखा गया है। इसके अलावा, कंपनी के इक्विटी शेयर और गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) को जेनसोल वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की कॉर्पोरेट गारंटी और प्रमोटरों की व्यक्तिगत गारंटी के तहत पीएफसी द्वारा सुरक्षित किया गया है।
आगे क्या हो सकता है?
अब चूंकि मामला सरकारी एजेंसियों द्वारा जांच के दायरे में है, इसलिए जल्द ही कार्रवाई की उम्मीद है। पीएफसी ने स्पष्ट किया है कि उसने इस ऋण की वसूली के लिए सभी संभव कानूनी और वित्तीय विकल्प आजमाए हैं।