Up Kiran, Digital Desk: भारत के समुद्री क्षेत्र (Maritime Sector) के लिए आज का दिन बेहद ऐतिहासिक होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 'इंडिया मैरीटाइम वीक (IMW) 2025' के उद्घाटन समारोह को संबोधित करेंगे और इस सेक्टर में अब तक के सबसे बड़े सुधारों और योजनाओं का खाका देश के सामने रखेंगे। इस कार्यक्रम का मकसद भारत को दुनिया का एक बड़ा 'मैरीटाइम हब' बनाना और 'ब्लू इकोनॉमी' (नीली अर्थव्यवस्था) की ताकत को पूरी तरह से अनलॉक करना है।
क्या है इस कार्यक्रम का बड़ा विजन?
'इंडिया मैरीटाइम वीक 2025' सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि भारत के समुद्री भविष्य का एक विजन डॉक्यूमेंट है। प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में 'मैरीटाइम इंडिया विजन 2030' के तहत उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देंगे। इस विजन का लक्ष्य भारत के बंदरगाहों (Ports) को आधुनिक बनाना, शिपिंग कंपनियों को बढ़ावा देना और समुद्री व्यापार के लिए एक वर्ल्ड-क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है।
इन बड़े ऐलानों पर रहेंगी सबकी नज़रें:
निवेश को बढ़ावा: यह कार्यक्रम दुनिया भर के निवेशकों को भारत के मैरीटाइम सेक्टर में निवेश करने के लिए आकर्षित करने का एक बड़ा मंच है। पीएम मोदी निवेश को आसान बनाने के लिए नई नीतियों और सुधारों का ऐलान कर सकते हैं।
'ग्रीन पोर्ट्स' का विकास: पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए, 'ग्रीन पोर्ट्स' यानी पर्यावरण-अनुकूल बंदरगाहों के विकास पर भी एक बड़ा फोकस रहेगा। इसमें प्रदूषण कम करने और सस्टेनेबल प्रैक्टिस को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।
सागरमाला प्रोजेक्ट की प्रगति: पीएम मोदी अपने ड्रीम प्रोजेक्ट 'सागरमाला' के तहत हो रही प्रगति का ब्यौरा भी दे सकते हैं, जिसका मकसद बंदरगाहों को सड़क, रेल और जलमार्ग से जोड़कर लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करना है।
यह कार्यक्रम भारत को आत्मनिर्भर बनाने और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने में मैरीटाइम सेक्टर की भूमिका को रेखांकित करेगा। आज होने वाले ऐलानों से न सिर्फ देश के व्यापार को गति मिलेगी, बल्कि लाखों नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
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