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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 75वें जन्मदिन को मनाने का एक ऐसा तरीका चुना, जो सीधे देश की आधी आबादी के जीवन से जुड़ा है. इस खास मौके पर उन्होंने मध्य प्रदेश के धार जिले से देश की महिलाओं के लिए एक विशाल स्वास्थ्य अभियान की शुरुआत की. यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम है.

क्या है इस अभियान का मकसद?

इस व्यापक स्वास्थ्य अभियान का एक ही सीधा और सरल लक्ष्य है- यह सुनिश्चित करना कि देश की कोई भी महिला, चाहे वह शहर में हो या दूर-दराज के गांव में, अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रहे. इस अभियान के तहत महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी कई महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

बीमारियों की शुरुआती जांच: इसके तहत, महिलाओं में स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों की शुरुआती स्टेज पर ही पहचान करने के लिए बड़े पैमाने पर जांच अभियान चलाए जाएंगे. समय पर जांच होने से इन बीमारियों का इलाज आसान हो जाता है और लाखों जानें बचाई जा सकती हैं.

मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य: यह अभियान गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण का भी ध्यान रखेगा. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर मां और बच्चा स्वस्थ रहे

धार से ही क्यों हुई शुरुआत?

धार, मध्य प्रदेश का एक आदिवासी बहुल जिला है. यहां से इस अभियान की शुरुआत करके प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता उन लोगों तक पहुंचना है, जो अब तक अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं से सबसे दूर थे. यह 'अंत्योदय' के उनके विजन को दर्शाता है, यानी विकास की रौशनी में सबसे आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए.

यह अभियान सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और सशक्त भारत की नींव रखने का एक वादा है, क्योंकि जब एक महिला स्वस्थ रहती है, तो पूरा परिवार और समाज स्वस्थ रहता है.