RE INVEST 2024: पीएम मोदी ने आज को कहा कि केंद्र अयोध्या को “मॉडल सोलर सिटी” के रूप में विकसित करने के लिए काम कर रहा है, जहाँ इस साल की शुरुआत में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया था, और कहा कि इस संबंध में काम पूरा होने वाला है। उन्होंने बताया कि सरकार ने देश के 16 अन्य शहरों की पहचान की है, जिन्हें वह पवित्र शहर की तर्ज पर विकसित करना चाहती है। प्रधानमंत्री की टिप्पणी गुजरात के गांधीनगर में चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए आई।
पीएम मोदी ने कहा कि "अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है। वे सूर्यवंशी थे। भगवान राम का भव्य मंदिर (अयोध्या में) बनाया गया है, मगर मैं दुनिया को बताना चाहता हूं कि अयोध्या एक मॉडल सोलर सिटी के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। काम पूरा होने के करीब है।"
उन्होंने कहा, "हमारा प्रयास है कि अयोध्या का हर घर सौर ऊर्जा से चले। हमने अब तक कई स्थानों को सौर ऊर्जा से जोड़ा है। हमने देश के 17 शहरों की पहचान की है जिन्हें हम सौर शहरों के रूप में विकसित कर सकते हैं।"
भारत अगले 1000 वर्षों के लिए आधार तैयार कर रहा है: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि हरित भविष्य और नेट जीरो भारत की प्रतिबद्धता है और देश “मानवता के भविष्य के बारे में चिंतित है”।
उन्होंने कहा, "जब दुनिया में जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उभरा भी नहीं था, तब महात्मा गांधी ने दुनिया को सचेत किया था... उनका जीवन न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन का था... उन्होंने कहा था कि पृथ्वी के पास हमारी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं, मगर हमारे लालच को पूरा करने के लिए नहीं... हमारे लिए ग्रीन फ्यूचर और नेट ज़ीरो सिर्फ़ कुछ दिखावटी शब्द नहीं हैं, बल्कि ये भारत की प्रतिबद्धता है... एक विकासशील अर्थव्यवस्था के रूप में, हमारे पास इन प्रतिबद्धताओं को त्यागने का एक वैध बहाना था। हम कह सकते थे कि हम इस क्षेत्र में कोई भूमिका नहीं निभा सकते। मगर हमने ऐसा नहीं किया। हम वो लोग थे जो मानवता के भविष्य के बारे में चिंतित थे... आज का भारत अगले 1000 वर्षों के लिए आधार तैयार कर रहा है।"
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