
Up Kiran, Digital Desk: फिजी के प्रधानमंत्री सितिवेनी राबुका ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक "महान नेता" बताते हुए उनकी जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि फिजी अपने देश की अर्थव्यवस्था को विकसित करने में भारतीय समुदाय के योगदान को हमेशा संजो कर रखेगा और भारत के साथ अपने संबंधों को "अनमोल" मानता है।
'गिरमिटिया दिवस' मनाना फिजी का सम्मान:
प्रधानमंत्री राबुका ने यह भी कहा कि फिजी में 'गिरमिटिया दिवस' का उत्सव मनाना, भारतीय प्रवासियों द्वारा किए गए महान योगदान के प्रति फिजी का सम्मान और आभार व्यक्त करने का एक तरीका है। उन्होंने बताया कि 1879 से 1916 के बीच, लगभग 60,553 भारतीय पुरुषों और महिलाओं को गन्ने के खेतों में काम करने के लिए फिजी लाया गया था। इन गिरमिटिया मजदूरों ने फिजी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे आज फिजी की अर्थव्यवस्था मज़बूत है और समाज गौरवान्वित है। राबुका ने कहा कि इन महान लोगों के वंशज आज भी फिजी के विकास और स्थिरता में योगदान दे रहे हैं।
भारत-फिजी के संबंध और PM मोदी का प्रभाव:
राबुका ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की फिजी यात्राओं को भी याद किया। उन्होंने कहा कि फिजी, भारत के वैश्विक प्रयासों, जैसे सौर ऊर्जा (solarization) और चिकित्सा अनुसंधान (medicine research) में शामिल होकर खुद को भाग्यशाली मानता है।
उन्होंने कहा, "हम इस महान राष्ट्र, इस महान देश के साथ अपने संबंधों को संजो कर रखेंगे, खासकर इस समय जब भारत के पास एक महान नेता हैं।" राबुका ने 2014 में पीएम मोदी की फिजी यात्रा का भी जिक्र किया, जब वे खुद भीड़ में खड़े होकर अभिवादन कर रहे थे, और आज वे उसी मंच पर खड़े होकर शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
1879 से शुरू हुई थी भारत-फिजी की डोर:
भारत और फिजी के संबंध 1879 में शुरू हुए थे, जब भारतीय मजदूरों को गन्ने की खेती के लिए फिजी ले जाया गया था। 1879 से 1916 के बीच लगभग 60,553 भारतीयों को फिजी लाया गया था। 20वीं सदी की शुरुआत में, भारतीय व्यापारी और अन्य लोग भी फिजी आने लगे थे।
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