
Up Kiran, Digital Desk: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले (जिसमें 26 लोगों की जान चली गई) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस माहौल के बीच अब अमेरिका से भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर खुलकर बात की है और दोनों देशों को अहम सलाह दी है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस ने क्या कहा?
फॉक्स न्यूज चैनल को दिए एक इंटरव्यू में जेडी वेंस ने कहा कि भारत को पहलगाम हमले का जवाब ज़रूर देना चाहिए, लेकिन इस तरह से कि इलाके में कोई बड़ा युद्ध या संघर्ष न छिड़ जाए। यानी, बदले की कार्रवाई हो, पर संभलकर।
इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को भी साफ संदेश दिया। वेंस ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान भारत के साथ सहयोग करेगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उसकी ज़मीन पर पल रहे आतंकियों का पता लगाया जाए और उनसे निपटा जाए।" उन्होंने ज़ोर दिया कि अगर हमले के तार पाकिस्तान से जुड़ते हैं, तो उसे ज़िम्मेदारी दिखाते हुए भारत का साथ देना चाहिए।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने भी की बात
जेडी वेंस की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब अमेरिका भी इस मामले पर नज़र बनाए हुए है। गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात की। इससे एक दिन पहले, बुधवार को, उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी बातचीत की थी। रुबियो ने दोनों नेताओं से, खासकर पाकिस्तान से, जांच में सहयोग करने और क्षेत्र में तनाव कम करने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
भारत का कड़ा रुख: "एक-एक करके बदला लेंगे"
उधर, भारत में इस हमले को लेकर जबरदस्त गुस्सा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हमले के बाद अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में कसम खाते हुए कहा, "अगर कोई सोचता है कि यह कायरतापूर्ण हमला उनकी जीत है, तो उन्हें याद रखना चाहिए कि यह नरेंद्र मोदी का भारत है। एक-एक करके बदला लिया जाएगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बेहद कड़े शब्दों में कहा था कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों और उनके समर्थकों को "दुनिया के आखिरी कोने तक खदेड़ा जाएगा।"
भारत के जवाबी कदम
इस आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम भी उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द करना जैसे फैसले शामिल हैं, जो दोनों देशों के बीच बढ़े हुए तनाव को दर्शाते हैं।
कुल मिलाकर, पहलगाम हमले ने एक बार फिर दक्षिण एशिया में तनाव बढ़ा दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर अमेरिका, स्थिति को शांत करने और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है।
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