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Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, लेकिन देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में शांति की जगह हिंसा और आतंक का माहौल रहा। गुरुवार को, देश के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, पेशावर के बाहरी इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।

पेशावर के पास पुलिस स्टेशन पर आतंकी हमला

अधिकारियों ने बताया कि यह हमला हस्सन खेल पुलिस स्टेशन (Hassan Khel Police Station) पर हुआ, जो पेशावर शहर से लगभग 30 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, आतंकवादियों के पास घातक हथियार थे और उन्होंने पुलिस स्टेशन पर हमला किया। 

जवाबी कार्रवाई में, पुलिस और आतंकवादियों के बीच भीषण गोलीबारी (Exchange of Fire) हुई। इस हमले में कांस्टेबल अबू बकर (Constable Abu Bakar) की दुखद मृत्यु हो गई, जबकि अधिकारी हारून (Officer Haroon) घायल हो गए। घटना के बाद, क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और जारी अभियानों का समर्थन करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए हैं।

खैबर पख्तूनख्वा में मोर्टार शेलिंग से महिला और दो बच्चों की मौत

एक अलग घटना में, बुधवार को उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (Khyber Pakhtunkhwa Province) में, चल रहे एक सैन्य अभियान (Military Operation) के दौरान एक घर को निशाना बनाए जाने से एक महिला और दो बच्चों की मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, इस घटना में कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यह घटना उस समय हुई जब पाकिस्तानी सेना ने अशांत प्रांत के लोई मामुंद (Lowi Mamund) और वार मामुंद (War Mamund) तहसीलों में कर्फ्यू (Curfew) के तहत तीन दिवसीय लक्षित अभियान (Targeted Operation) शुरू किया था। यह क्षेत्र कभी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का गढ़ रहा है।

सैन्य अभियान के कारण 55,000 लोग विस्थापित

जारी सैन्य अभियानों के कारण, पिछले हफ्ते से खैबर पख्तूनख्वा में लगभग 55,000 लोग विस्थापित (Displaced) हो चुके हैं। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए अभियानों के कारण 20,000 से अधिक परिवारों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। अधिकारियों का कहना है कि विस्थापित लोगों को दिन में तीन बार भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही, क्षेत्र में कर्फ्यू में कुछ ढील दी गई है और कार-मुंडा (Khar-Munda), कार-नवागई (Khar-Nawagai), कार-सादिकाबाद (Khar-Sadiqabad) और इनायत किल्ली (Inayat Killi) जैसी प्रमुख सड़कों और बाजारों को फिर से खोल दिया गया है।

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