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Pakistan News: सिंधु घाटी सभ्यता ने सिंधु नदी को जन्म दिया और हजारों वर्षों से कृषि एवं व्यापार का केंद्र बनी रही। अब पाकिस्तान के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। हाल ही में हुए एक सरकारी सर्वे में खुलासा हुआ है कि इस नदी की घाटी में सैकड़ों अरब पाकिस्तानी रुपये मूल्य का सोना मौजूद है।

ये खोज पाकिस्तान के जर्जर अर्थव्यवस्था के लिए राहत की खबर हो सकती है, मगर क्या यह सच में वरदान साबित होगा या फिर इस संपत्ति को लेकर विवाद और अवैध खनन की नई समस्या खड़ी होगी? ये तो आने  वाला वक्त ही बताएगा।

सोने की खोज और पाकिस्तान की बड़ी योजना

पाकिस्तान की नेशनल इंजीनियरिंग सर्विस (NESPAK) और पंजाब प्रांत के खनिज विभाग ने मिलकर "अटक प्लेसर गोल्ड परियोजना" की शुरुआत की है। NESPAK के प्रबंध निदेशक जरगम इशाक खान ने बताया कि ये जांच-पड़ताल पाकिस्तान के खनन क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

इस परियोजना का मकसद सिंधु नदी की तलहटी में जमा सोने को निकालने की संभावनाओं को तलाशना और व्यावसायिक रूप से इसका दोहन करना है।

800 अरब रुपए का खजाना

बता दें कि पंजाब प्रांत के अटक के पास 800 अरब रुपये का सोने का खजाना पाया गया है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के नौशेरा इलाके में सिंधु नदी की तलहटी में भी सोने की भारी मात्रा होने का दावा किया गया है। कहा जाता है कि हिमालय से बहकर आने वाली सिंधु नदी अपने साथ सोने के कण लाती है, जो पाकिस्तान की जमीन पर जमा हो रहे हैं। इसे प्लेसर गोल्ड कहा जाता है। ये आमतौर पर चपटे या गोल टुकड़ों के रूप में मिलता है।

सोने की इस खबर के बाद अटक और नौशेरा में अवैध खनन तेज हो गया है। कई खनन ठेकेदारों और स्थानीय लोगों ने सिंधु नदी की तलहटी में खुदाई शुरू कर दी है।