_1510956256.png)
Up Kiran , Digital Desk: मोदी सरकार ने पाकिस्तान से सीधे या किसी तीसरे मुल्क के जरिए भारत में आने वाले सभी सामानों के आयात और ट्रांसशिपमेंट पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। अटैक के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध कई कड़े कदम उठाए हैं जिनमें आर्थिक और कूटनीतिक प्रतिबंधों का सिलसिला भी जारी है। इस संदर्भ में अब पाकिस्तान से जुड़े माल पर भारत सरकार ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है जिससे व्यापारिक और राजनैतिक तनावों के नए अध्याय की शुरुआत हो रही है।
पाकिस्तान के विरुद्ध भारतीय सरकार का कठोर रुख
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से जुड़े व्यापार और आर्थिक रिश्तों पर अंकुश लगाने का निर्णय लिया। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने 2 मई को एक अधिसूचना जारी कर पाकिस्तान से आने वाले सभी माल के आयात और ट्रांजिट पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया। इस फैसले ने ना केवल पाकिस्तान के साथ व्यापारिक रिश्तों में दरार डाली है बल्कि ये आर्थिक और कूटनीतिक तौर पर भी एक बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है।
भारत सरकार के इस कदम के बाद सीमा शुल्क विभाग और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने पाकिस्तान से निकलकर तीसरे देशों जैसे संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के जरिए भारत में पहुंचने वाले माल पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार संदेहास्पद माल को अब बंदरगाहों पर रोकने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
तीसरे देशों के जरिए व्यापार का विस्तार
भारत सरकार का यह कदम पाकिस्तान के द्वारा व्यापारिक चालबाजी के प्रयासों को रोकने के लिए लिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान अब UAE जैसे देशों के जरिए अपने सामानों को भारत में भेजने की कोशिश कर सकता है जिससे भारतीय प्रतिबंधों से बचने का रास्ता खुल सकता है। हालांकि भारतीय अधिकारियों ने इस खामी को समझते हुए तीसरे देशों के जरिए आने वाले सामानों की सख्ती से जांच शुरू कर दी है।
--Advertisement--