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बैंकॉक, थाईलैंड – थाईलैंड से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। रॉयल थाई पुलिस का एक छोटा विमान, जो पैराशूट ट्रेनिंग की तैयारी के लिए उड़ान भर रहा था, उड़ान के दौरान तकनीकी गड़बड़ी के चलते समुद्र में जा गिरा। हादसे में विमान में सवार छह पुलिस अधिकारियों में से पांच की मौके पर ही मौत हो गई है। यह घटना हुआ हिन जिले के पास हुई, जो देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।

विमान टेस्ट फ्लाइट पर था, हुआ भयंकर हादसा

पुलिस प्रवक्ता अर्चायोन क्रेथोंग ने पुष्टि की कि यह विमान परीक्षण उड़ान पर था और इसका मकसद पैराशूट अभ्यास के लिए तैयारी करना था। हादसे का शिकार हुआ विमान ‘वाइकिंग डीएचसी-6 ट्विन ओटर’ था, जो कि एक छोटा लेकिन शक्तिशाली टर्बोप्रॉप एयरक्राफ्ट होता है। यह घटना उस वक्त हुई जब विमान हुआ हिन एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद कुछ ही दूरी पर तकनीकी दिक्कत का सामना करते हुए समुद्र में जा गिरा।

पांच अधिकारियों की मौत, ब्लैक बॉक्स से तलाशा जा रहा जवाब

प्राचुआब किरी खान प्रांत के जनसंपर्क विभाग ने बताया कि विमान में सभी छह यात्री पुलिस अधिकारी थे। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और रेस्क्यू टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। पांच अधिकारियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अधिकारी गंभीर हालत में पाया गया है और उसका इलाज चल रहा है। हादसे के कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है। अधिकारी अब विमान के ‘ब्लैक बॉक्स’ से मिले डेटा और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर जांच कर रहे हैं।

थाईलैंड में विमान हादसों का इतिहास रहा है भयावह

यह कोई पहली बार नहीं है जब थाईलैंड को विमान दुर्घटना का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले 11 सितंबर 1998 को थाई एयरवे इंटरनेशनल की फ्लाइट 261 बैंकॉक से सूरत थानी जाते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उस हादसे में 146 यात्रियों में से 101 की जान चली गई थी। वह दुर्घटना थाईलैंड के इतिहास में सबसे भयानक विमान हादसों में से एक मानी जाती है।

सुरक्षा मानकों पर उठ रहे सवाल

इस हालिया दुर्घटना ने एक बार फिर थाईलैंड की एविएशन इंडस्ट्री में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब एक सरकारी एजेंसी का विमान, जिसमें प्रशिक्षित पुलिस अधिकारी सवार हों, इस तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो जाए, तो यह न सिर्फ तकनीकी विफलता की ओर इशारा करता है, बल्कि पायलट ट्रेनिंग, उपकरणों की स्थिति और संचार व्यवस्था पर भी सवाल उठता है।

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