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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने जब अपना बैग ऑटो में भूलकर खो दिया, तो वह इलाज के लिए इकट्ठा किए गए पैसों और महत्वपूर्ण कागजातों की चिंता में परेशान हो गया। बैग में 50 हजार रुपये, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और कुछ अन्य जरूरी कागजात थे। यह घटना बुधवार को सामने आई, जब बुजुर्ग रामलखन कठेरिया (70) की मदद के लिए पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस बैग को ढूंढ निकाला और बुजुर्ग की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े।

रामलखन कठेरिया अपनी पत्नी राजाबेटी और नाती हंसम के साथ मंगलवार को इटावा इलाज के लिए जा रहे थे। इटावा रेलवे स्टेशन के पास जब उनकी पत्नी को चक्कर आया तो वह उन्हें संभालने लगे, और इस दौरान उनका बैग ऑटो में छूट गया। बैग में लाखों की कीमत का सामान था, जिससे बुजुर्ग बेहद परेशान हो गए थे।

यहां से शुरू हुआ उनकी मुश्किलों का सिलसिला। पहले सिविल लाइन पुलिस और जीआरपी से मदद मांगी गई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। फिर, जब रात हो गई तो रामलखन ने अजीतमल कोतवाली पहुंचकर अपनी परेशानी पुलिस को बताई। पुलिस ने बिना वक्त गंवाए बैग को खोजने का अभियान शुरू किया।

कोतवाली अजीतमल के कोतवाल ललितेश त्रिपाठी ने चौकी प्रभारी योगेंद्र सिंह को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू करने के निर्देश दिए। पुलिस टीम ने पूरे दिन रात भर कोशिश की और अंततः इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र में रहने वाले ऑटो चालक राजवीर को ढूंढ निकाला। ऑटो के सीट के पीछे बने डिब्बेनुमा हिस्से में बैग सुरक्षित रखा हुआ था।

बुधवार को पुलिस ने बैग रामलखन को सौंपा, जिसमें सभी पैसे और कागजात सुरक्षित थे। पुलिस का आभार जताते हुए रामलखन ने कहा कि यदि बैग नहीं मिलता, तो उनका इलाज कराना मुश्किल हो जाता। बुजुर्ग ने पुलिस की मुस्तैदी को सराहा और कहा कि पुलिस ने उनकी बड़ी समस्या का हल कर दिया।