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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे पृथ्वी शॉ ने हाल ही में अपने करियर की गिरावट के पीछे के कारणों पर बात की है और अपने फैसलों पर अफसोस जाहिर किया। शॉ, जिन्हें एक समय भारतीय टीम का भविष्य माना जा रहा था, अब खुद को घरेलू क्रिकेट में भी संघर्ष करता हुआ महसूस कर रहे हैं। रणजी ट्रॉफी में मुंबई की प्लेइंग इलेवन से बाहर होने के बाद, विजय हजारे ट्रॉफी में भी उनका नाम नहीं था, जिसने उनकी स्थिति को और भी कठिन बना दिया है।

गलत दिशा में बढ़ने की बात स्वीकार करते हुए

पृथ्वी शॉ ने एक इंटरव्यू में अपने करियर की खराब स्थिति के बारे में खुलकर बात की और स्वीकार किया कि उनके कुछ व्यक्तिगत फैसलों ने उनकी क्रिकेट यात्रा को प्रभावित किया। शॉ का कहना है कि पहले वह रोजाना 8 घंटे की प्रैक्टिस करते थे, लेकिन बाद में उनका फोकस और मेहनत घटने लगी। "मैंने क्रिकेट पर ध्यान कम देना शुरू कर दिया था," शॉ ने कहा, "मैं पहले नेट्स पर 3-4 घंटे बल्लेबाजी करता था, लेकिन बाद में यह घटकर 4 घंटे रह गया। इससे मेरा प्रदर्शन प्रभावित हुआ।"

गलत दोस्ती का असर

शॉ ने यह भी स्वीकार किया कि कुछ गलत दोस्तों की संगति के कारण उनका करियर डगमगा गया। उनका कहना है, "मैंने कुछ ऐसे दोस्त बनाए, जो मुझे सही दिशा में नहीं ले गए। उस वक्त जब मैं चढ़ाई पर था, तो मेरी दोस्ती भी बन गई और मुझे गलत रास्तों पर ले जाया गया।"

शॉ के लिए आईपीएल 2025 का धक्का

पृथ्वी शॉ का आईपीएल 2025 में प्रदर्शन भी निराशाजनक था। वह मेगा नीलामी में अनसोल्ड रहे और बाद में किसी टीम ने उन्हें रिप्लेसमेंट के तौर पर भी नहीं चुना। यह उनके लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि आईपीएल में उनका कोई भी खरीदार नहीं था, जिससे उनकी स्थिति और खराब हो गई।

अब क्या करें पृथ्वी शॉ?

पृथ्वी शॉ ने अपने फैसलों से सीख ली है और भविष्य में अपने करियर को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। वह अपने खेल को लेकर और खुद से जुड़ी चीजों को सही करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह आने वाले समय में किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।

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