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Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान (PoGB) के विभिन्न हिस्सों में गुरुवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन देखे गए। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिसकर्मियों का एक धरना, जो एक स्थानीय नेता के आवास के बाहर पिछले चार दिनों से जारी है, अभी भी जारी है। यह विरोध प्रदर्शन पुलिसकर्मियों द्वारा 2025-26 के बजट के अनुसार उनके दैनिक भत्ते में वृद्धि की मांग को लेकर किया जा रहा है।

पुलिस की मांगें और सरकारी रवैया

पुलिसकर्मियों की मुख्य मांग उनके दैनिक भत्ते को बढ़ाने की है। 2025-26 के बजट में PoGB पुलिस का दैनिक भत्ता पाकिस्तानी रुपये (PKR) 440 से बढ़ाकर PKR 880 किया गया था। हालांकि, अधिकारियों द्वारा इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है, जिससे पुलिसकर्मियों में रोष व्याप्त है। प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों का कहना है कि वे महीनों से इस मांग को उठा रहे हैं। दो सप्ताह पहले भी एक विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसे अधिकारियों द्वारा 14 दिनों के भीतर उनकी समस्याओं के समाधान के आश्वासन के बाद वापस ले लिया गया था।

इसके विपरीत, PoGB पुलिस ने सोमवार को "दुर्व्यवहार" के आरोपी कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, शुरुआती चरण में 63 अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह निर्णय कथित तौर पर एक अनुशासनात्मक समिति की बैठक के दौरान लिया गया।

वकीलों का भी विरोध प्रदर्शन जारी

पुलिस के विरोध प्रदर्शनों के साथ-साथ, PoGB में वकीलों के निकायों ने भी एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया है और गिलगित,Skardu, Ghizer तथा अन्य जिलों में अदालती कार्यवाही का बहिष्कार किया है। वकील पिछले 10 महीनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। गिलगित-बाल्टिस्तान बार काउंसिल, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन GB, हाई कोर्ट बार एसोसिएशन GB और डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन गिलगित ने संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया।

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