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Up Kiran, Digital Desk: शेयर बाज़ार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने एक बड़े 'पंप एंड डंप' (Pump and Dump) घोटाले का पर्दाफाश किया है और इस मामले में सख्त कार्रवाई की है। इस घोटाले में बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेटी सहित कुल 31 संस्थाओं और व्यक्तियों को शामिल पाया गया है।

'पंप एंड डंप' एक तरह का शेयर बाजार फ्रॉड (धोखाधड़ी) है, जिसमें कुछ लोग मिलकर किसी शेयर की कीमत को झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाकर कृत्रिम रूप से बढ़ाते हैं ('पंप' करते हैं), और जब कीमत काफी बढ़ जाती है, तो वे अपने शेयर ऊंचे दामों पर बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं ('डंप' करते हैं)। इसका नुकसान उन आम निवेशकों को होता है, जो इस झूठी जानकारी के झांसे में आकर ऊंचे दाम पर शेयर खरीद लेते हैं, और बाद में जब कीमत गिरती है तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है।

SEBI के अनुसार, यह घोटाला 'शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट' (Sharpline Broadcast) नाम की कंपनी के शेयरों में किया गया। आरोप है कि आरोपी व्यक्तियों और संस्थाओं ने दो यूट्यूब चैनलों, 'मैनगो न्यूज' (Mango News) और 'द एडवाइजर' (The Advisor) के माध्यम से इस शेयर के बारे में अत्यधिक सकारात्मक और भ्रामक खबरें फैलाईं। इन खबरों में कंपनी के बारे में गलत और बढ़ा-चढ़ाकर जानकारी दी गई, जिससे निवेशकों को लगा कि शेयर खरीदने से उन्हें भारी मुनाफा होगा।

SEBI की जांच में पाया गया कि अरशद वारसी ने भी इन यूट्यूब चैनलों द्वारा शेयर के प्रचार में कथित तौर पर मदद की या उनसे जुड़े रहे। नियामक ने पाया कि झूठी जानकारी फैलने के बाद शेयर की कीमत में काफी उछाल आया, जिसका फायदा उठाते हुए आरोपियों ने ऊंचे भाव पर शेयर बेचकर मुनाफा कमाया।

इस कार्रवाई के तहत, SEBI ने अरशद वारसी, मारिया गोरेटी और अन्य 29 संस्थाओं/व्यक्तियों को शेयर बाजार में किसी भी तरह की ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) से तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है। इसके अलावा, SEBI ने उनसे इस योजना के माध्यम से कमाए गए अवैध मुनाफे को वापस लौटाने (disgorge) का भी निर्देश दिया है। SEBI की यह कार्रवाई निवेशकों की सुरक्षा और बाजार की अखंडता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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