
आईपीएल में हर टीम के लिए उसका घरेलू मैदान एक मजबूत गढ़ माना जाता है। यह वह जगह होती है जहां टीम को परिस्थितियों की बेहतर समझ होती है और स्थानीय दर्शकों का समर्थन भी उन्हें अतिरिक्त ऊर्जा देता है। लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए यही मैदान अब कमजोरी बन गया है। आईपीएल 2025 में अब तक RCB ने अपने होम ग्राउंड एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम पर एक भी मैच नहीं जीता है।
पंजाब किंग्स से फिर मिली हार
RCB को हाल ही में पंजाब किंग्स के खिलाफ पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। यह मुकाबला बारिश के कारण 14-14 ओवर का कर दिया गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए RCB ने 95 रन बनाए, जिसमें टिम डेविड ने 26 गेंदों में 50 रनों की अहम पारी खेली। रजत पाटीदार ने 23 रन बनाए, लेकिन अन्य बल्लेबाज फ्लॉप रहे। पंजाब किंग्स की ओर से नेहाल वढेरा ने 33 रनों की तेज़ तर्रार पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई।
IPL के इतिहास में एक मैदान पर सबसे ज्यादा हार का रिकॉर्ड RCB के नाम
RCB की यह हार केवल मौजूदा सीजन तक ही सीमित नहीं है। आंकड़ों पर नजर डालें तो RCB अब आईपीएल इतिहास में किसी एक वेन्यू पर सबसे ज्यादा मैच हारने वाली टीम बन चुकी है। बेंगलुरु में उसने अब तक कुल 46 मैच गंवाए हैं, जो किसी भी टीम द्वारा किसी एक ग्राउंड पर सबसे ज्यादा हार हैं। इस सूची में दिल्ली कैपिटल्स का नाम पहले था, जिन्होंने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर 45 मुकाबले हारे थे। अब यह शर्मनाक रिकॉर्ड RCB के नाम हो गया है।
IPL इतिहास में एक वेन्यू पर सबसे ज्यादा हार (अब तक):
टीम | ग्राउंड | मैच हारे |
---|---|---|
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर | एम. चिन्नास्वामी, बेंगलुरु | 46 |
दिल्ली कैपिटल्स | अरुण जेटली, दिल्ली | 45 |
कोलकाता नाइट राइडर्स | ईडन गार्डन्स, कोलकाता | 38 |
मुंबई इंडियंस | वानखेड़े, मुंबई | 34 |
पंजाब किंग्स | मोहाली | 30 |
घरेलू मैदान पर अब तक एक भी जीत नहीं
इस सीजन में RCB ने अपने घरेलू मैदान पर अब तक तीन मैच खेले हैं, और तीनों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। गुजरात टाइटन्स ने उन्हें 8 विकेट से हराया, दिल्ली कैपिटल्स ने 6 विकेट से मात दी और अब पंजाब किंग्स ने 5 विकेट से हरा दिया। इस तरह RCB इस सीजन में एकमात्र ऐसी टीम बन गई है जो अपने घरेलू मैदान पर अब तक जीत का खाता नहीं खोल सकी है।
क्या हैं RCB की कमजोरियां?
RCB की घरेलू मैदान पर लगातार हार का मुख्य कारण टीम की असंतुलित गेंदबाजी और शीर्ष क्रम का अस्थिर प्रदर्शन माना जा रहा है। चिन्नास्वामी की छोटी बाउंड्री और फ्लैट पिच पर बल्लेबाजों को ज्यादा रन बनाने की ज़रूरत होती है, लेकिन टीम बार-बार इस चुनौती में नाकाम रही है। गेंदबाजी में भी डेथ ओवर्स में रन रोकना मुश्किल हो गया है।
नेहाल वढेरा की शानदार पारी ने छीन ली जीत
पंजाब किंग्स की जीत के नायक रहे नेहाल वढेरा, जिन्होंने मात्र 19 गेंदों में 33 रन बनाए। उन्होंने तीन चौके और तीन छक्के लगाकर आरसीबी की गेंदबाजी को पूरी तरह से निशाने पर लिया। इस पारी ने न सिर्फ पंजाब को जीत दिलाई, बल्कि RCB की परेशानियों को और गहरा कर दिया।
आगे क्या?
RCB के लिए अब प्लेऑफ की राह और भी मुश्किल हो गई है। टीम को अपने बाकी बचे मैचों में न सिर्फ जीत हासिल करनी होगी, बल्कि रन रेट में भी सुधार करना होगा। कप्तान और कोचिंग स्टाफ को अब अपने घरेलू प्रदर्शन पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है, क्योंकि चिन्नास्वामी जैसे मैदान पर बार-बार हार झेलना किसी भी फ्रेंचाइज़ी के लिए खतरनाक संकेत हो सकता है।