Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच संजू सैमसन, रवींद्र जडेजा और सैम कुरेन को लेकर ट्रेड की चर्चाएं लगातार बढ़ रही हैं। बीते 48 घंटे से दोनों बोर्ड ने रुचि दिखाई है, लेकिन अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया।
बीसीसीआई को अभी तक इस ट्रेड के लिए औपचारिक मंजूरी का अनुरोध नहीं मिला है। सूत्रों के अनुसार, देरी की वजह प्रक्रियागत जटिलताएँ और टीम का पर्स बैलेंस है।
राजस्थान रॉयल्स का विदेशी खिलाड़ियों का कोटा पहले ही पूरा हो चुका है। टीम को सैम कुरेन को शामिल करने के लिए किसी मौजूदा विदेशी खिलाड़ी को रिलीज़ करना होगा। फिलहाल, टीम में जोफ्रा आर्चर, शिमरोन हेटमायर, वानिंदु हसरंगा, महेश थीक्षाना, फजलहक फारूकी, क्वेना मफाका, नंद्रे बर्गर और लुआन-ड्रे प्रीटोरियस जैसे विदेशी खिलाड़ी मौजूद हैं।
पर्स बैलेंस की समस्या भी बड़ी है। रॉयल्स के पास सिर्फ 30 लाख रुपये का पर्स बचा है, जबकि सैम कुरेन की मौजूदा नीलामी कीमत 2.4 करोड़ रुपये है। विशेषज्ञों का कहना है कि टीम दो श्रीलंकाई स्पिनरों, वानिंदु हसरंगा (5.25 करोड़) और महेश थीक्षाना (4.40 करोड़) को रिलीज़ करके यह समस्या हल कर सकती है।
अगर राजस्थान रॉयल्स जडेजा और कुरेन की सेवाएं समय से पहले पाना चाहती है, तो टीम 15 नवंबर से पहले अपनी रिटेंशन घोषणा कर सकती है। इस ट्रेड पर फैन्स की उत्सुकता चरम पर है और हर कोई जानना चाहता है कि ये बड़ा खेल ड्रामा कब खत्म होगा।


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