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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण से एक दिन पहले, कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी पर "ऑपरेशन सरकार चोरी" चलाने का आरोप लगाया, जिसमें मतदाता सूची से लाखों नामों को जानबूझकर हटा दिया गया है। गांधी ने इस कथित गड़बड़ी को 'लोकतंत्र पर हमला' करार दिया और कहा कि यह सिर्फ एक गलती नहीं, बल्कि एक सुनियोजित योजना है।

राहुल गांधी का आरोप था कि लाखों असली मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब कर दिए गए हैं। यह आरोप उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के बीच अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगाए, जिसमें उन्होंने हरियाणा चुनावों के उदाहरण का हवाला भी दिया। गांधी के मुताबिक हरियाणा में लगभग 3.5 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए थे, जो किसी बड़े "वोट चोरी" की ओर इशारा करता है। उन्होंने प्रेस में दस्तावेजों और मतदाता सूचियों को पेश किया और अपने आरोपों को पुख्ता करने की कोशिश की।

कांग्रेस नेता ने बिहार के पांच निवासियों को मंच पर बुलाया, जिन्होंने दावा किया कि उनके और उनके परिवार के सदस्य भी मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। गांधी ने कहा, "यह एक गहरी साजिश है, न कि महज लिपिकीय गलती।" उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाया और कहा कि कई मतदान केंद्रों से महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज गायब हो गए हैं और सॉफ्टवेयर होने के बावजूद डुप्लीकेट मतदाता क्यों नहीं हटाए गए।

उन्होंने चुनाव आयोग से सवाल पूछा, "एक महिला की तस्वीर 200 से ज्यादा बार अलग-अलग मतदान केंद्रों पर कैसे दिख सकती है?" राहुल गांधी का कहना था कि इस तरह के आरोपों के बीच न्यायपालिका को इस मामले में पूरी तरह से हस्तक्षेप करना चाहिए, और उनका विश्वास है कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो अदालत से भी संपर्क किया जाएगा।

गांधी ने अपनी ब्रीफिंग में यह भी कहा कि बिहार में भी हरियाणा की तरह ही मतदाता सूचियों में गड़बड़ी और सीसीटीवी फुटेज के गायब होने की संभावना है। उनका मानना है कि इससे चुनाव परिणामों को प्रभावित किया जा सकता है। यह कोई छोटी बात नहीं है, यह भारतीय लोकतंत्र की आत्मा से खेल रहा है।