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Up Kiran, Digital Desk: महाराष्ट्र में पिछले चार दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने राज्यभर में तबाही मचाई है। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण कई जिलों में बाढ़, भूस्खलन और जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। इस विनाशकारी मौसम के कारण अब तक 21 लोगों की दुखद मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

बारिश का व्यापक असर:

मृत्यु का आंकड़ा: 17 से 20 अगस्त 2025 के बीच, राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई घटनाओं में 21 लोगों की जान चली गई है। इनमें से अधिकांश मौतें घरों के ढहने, जलभराव में डूबने और भूस्खलन की घटनाओं में हुई हैं।

प्रभावित जिले: पश्चिमी महाराष्ट्र, कोंकण और मराठवाड़ा के कई जिले बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगढ़, पुणे, सतारा, कोल्हापुर, नांदेड़, और लातूर जैसे जिलों में स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

जनजीवन अस्त-व्यस्त: कई क्षेत्रों में सड़कें पानी में डूब गई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बिजली आपूर्ति बाधित है और मोबाइल नेटवर्क भी ठप पड़ गए हैं। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

क्षति: भारी बारिश से मकानों को नुकसान पहुंचा है, किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को भी क्षति पहुंची है।

प्रशासन की कार्रवाई और बचाव कार्य:

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और तत्काल राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है और वे फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। राज्य सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दे रही है।

मौसम विभाग की चेतावनी:

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। तटीय इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और आवश्यक सावधानी बरतें।

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