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Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक के वाणिज्यिक कर विभाग ने राज्य में भ्रष्टाचार से प्रभावी ढंग से निपटने और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया है। यह पहल व्यापारियों और जनता को कर संग्रह प्रक्रियाओं में कदाचार या रिश्वतखोरी की रिपोर्ट करने के लिए एक सीधा चैनल प्रदान करती है।

वाणिज्यिक कर आयुक्त और अतिरिक्त मुख्य सचिव सी. शिखा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हेल्पलाइन नंबर, 1800 425 2125, की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कदम विभाग की कार्यप्रणाली में ईमानदारी और जवाबदेही सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।

शिखा ने जोर देकर कहा कि इस हेल्पलाइन का मुख्य उद्देश्य व्यापारियों को बिना किसी डर के भ्रष्टाचार की घटनाओं की रिपोर्ट करने में सक्षम बनाना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा और उन पर त्वरित और गोपनीय तरीके से कार्रवाई की जाएगी।

यह पहल ऐसे समय में आई है जब विभिन्न सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। वाणिज्यिक कर विभाग, जो राज्य के राजस्व संग्रह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, पर अक्सर रिश्वतखोरी के आरोप लगते रहे हैं। इस हेल्पलाइन के माध्यम से विभाग इन आरोपों को संबोधित करने और अपनी छवि को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहा है।

आयुक्त ने जनता और व्यापारियों से आग्रह किया कि वे इस हेल्पलाइन का उपयोग करें और किसी भी भ्रष्ट गतिविधि की जानकारी दें। उनका मानना है कि जनता की सक्रिय भागीदारी से ही विभाग में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित की जा सकती है।

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