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Who is Reshma Kewalramani: दुनिया के सबसे अमीर लोगों की हमेशा चर्चा होती रहती है। फोर्ब्स बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार, एलन मस्क वर्तमान में दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मगर, क्या आप दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जानते हैं? टाइम मैगजीन ने 2025 के लिए दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जारी कर दी है। इसमें एकमात्र भारतीय महिला रेशमा केवलरमानी भी शामिल हैं। सूची में रेशमा का नाम आने के बाद लोगों ने उन्हें गूगल पर खोजना शुरू कर दिया है। कौन हैं रेशमा केवलरमानी? वे क्या काम करती हैं? आपके मन में ऐसे प्रश्न उठना लाजमी है।

कौन हैं रेशमा केवलरमानी

रेशमा केवलरमानी का जन्म मुंबई में हुआ था। हालाँकि, मात्र 11 वर्ष की आयु में उन्हें अपने परिवार के साथ अमेरिका जाना पड़ा। वह फिलहाल बोस्टन में रहती हैं। उनके दो जुड़वां बच्चे भी हैं। 1998 में रेशमा ने बोस्टन विश्वविद्यालय से लिबरल आर्ट्स/मेडिकल एजुकेशन प्रोग्राम पूरा किया। इसके बाद उन्हें मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में फेलोशिप प्राप्त हुई।

इसके बाद 2015 में उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से जनरल मैनेजमेंट में डिग्री हासिल की। एक चिकित्सक के रूप में उन्होंने कई प्रमुख अस्पतालों में काम किया, जिनमें मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल, ब्रिघम एंड विमेन्स अस्पताल, मैसाचुसेट्स आई एंड इयर इन्फर्मरी और एमआईटी शामिल हैं। इसके बाद उन्होंने बायोफार्मा क्षेत्र में प्रवेश किया। अमेज़न में 12 वर्षों से अधिक समय तक काम किया।

2017 में वर्टेक्स में हुई थी शामिल

रेशमा 2017 में वर्टेक्स से जुड़ी थीं। उन्हें 2018 में यहां चीफ मेडिकल ऑफिसर के पद की जिम्मेदारी दी गई थी। कंपनी ने उन्हें 2020 में सीईओ बना दिया। फिलहाल वे वर्टेक्स के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की सदस्य भी हैं। रेशमा के नेतृत्व में कंपनी ने बड़ी सफलता हासिल की है।

कंपनी ने ट्रिफैक्टा सहित 2 नई उपचार पद्धतियां विकसित की हैं। यह सिस्टिक फाइब्रोसिस नामक गंभीर आनुवंशिक बीमारी का इलाज करता है। कंपनी ने VX-147 भी विकसित किया है। यह दवा अभी परीक्षण चरण में है। यह एक प्रकार के गुर्दे के रोग के लिए प्रभावी है। पहली बार अमेरिकी दवा एजेंसी FDA ने कंपनी की CRISPR तकनीक पर आधारित थेरेपी को मंजूरी दी है, जो 'सिकल सेल' नामक गंभीर बीमारी का इलाज करती है।

सूची में और कौन शामिल है?

टाइम ने 2025 में 100 सर्वाधिक प्रभावशाली लोगों की सूची में 32 देशों के लोगों को शामिल किया है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर मार्क जुकरबर्ग, प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस तक कई लोगों के नाम शामिल हैं।