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Up Kiran Digital Desk: शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि पंजाब में नदी जल का मुद्दा कोई विवाद नहीं है, बल्कि देशभक्त लोगों द्वारा सीमावर्ती राज्य की सीधी लूट है। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि पंजाबियों को अलग-थलग महसूस कराया जा रहा है। अतीत में भी हमें इन्हीं कारणों से दो दशकों तक कष्ट सहना पड़ा था। उन्होंने कहा कि न्याय ही देश में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव की सर्वोत्तम गारंटी है।

उन्होंने आज पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया कि अतीत में हुए दुखों के कारणों को दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब की वैध शिकायतों का समाधान करना तथा यह सुनिश्चित करना कि अतीत के दुखद समय की पुनरावृत्ति न हो, राष्ट्रीय प्राथमिकता होनी चाहिए। नदी जल के मुद्दे पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश भर में अंतर-राज्यीय विवादों को सुलझाने के लिए जो सिद्धांत लागू होते हैं, वही सिद्धांत हमें न्याय दिलाने के लिए भी लागू होने चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाबी कोई एहसान नहीं बल्कि सिर्फ न्याय मांग रहे हैं।

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष ने सीएम मान पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने और उनकी पार्टी ने हरियाणा और राजस्थान से वादा किया था कि पंजाब की नदियों का पानी उनके खेतों तक पहुंचेगा। ऐसा करने से पंजाब का यह वैध मामला कमजोर हो गया है कि उसके पास अतिरिक्त पानी की एक भी बूंद नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएम इस मामले में दोगलापन दिखाते हुए आग से खेल रहे हैं, मामले की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पाखंड का अंत होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल इस मुद्दे या किसी अन्य मुद्दे पर पंजाब के साथ हो रहे भेदभाव पर मूकदर्शक बनकर नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि हम अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से जनांदोलन शुरू करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य के साथ कोई अन्याय न हो।

पूर्व उपसीएम ने कहा कि राजस्थान और हरियाणा पंजाब के एकमात्र प्राकृतिक संसाधन नदी के पानी से अवैध रूप से लाभ उठा रहे हैं और यह रिपेरियन सिद्धांत का उल्लंघन है, जो नदी के पानी के वितरण के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में लागू होने वाला एकमात्र सिद्धांत है। उन्होंने कहा कि न तो हरियाणा और न ही राजस्थान नदी तटवर्ती राज्य हैं।

 

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