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 Up Kiran, Digital Desk: एशिया कप 2025 में बुधवार को जब भारत अपने सबसे बड़े मुकाबले में पाकिस्तान से भिड़ने उतरेगा, तो कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के सामने प्लेइंग इलेवन को लेकर एक बड़ा सिरदर्द होगा. यह दुविधा है कि टीम एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरे या एक और स्पिनर को मौका दे.

क्या है कन्फ्यूजन :दांबुला की पिच पारंपरिक रूप से स्पिनरों की मदद करती है, जिससे यह सवाल और भी पेचीदा हो गया है. टीम के पास जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह के रूप में दो प्रमुख तेज गेंदबाज पहले से ही मौजूद हैं. हार्दिक पांड्या तीसरे पेसर की भूमिका निभाएंगे.

एक्स्ट्रा स्पिनर क्यों: अगर टीम तीन स्पिनरों के साथ उतरती है, तो रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव के साथ अक्षर पटेल को मौका मिल सकता है. इससे टीम की बल्लेबाजी में भी गहराई आएगी. अक्षर पटेल गेंद और बल्ले, दोनों से मैच का रुख पलटने की क्षमता रखते हैं.

एक्स्ट्रा पेसर क्यों: अगर टीम मैनेजमेंट एक और तेज गेंदबाज को शामिल करने का फैसला करता है, तो मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर दो विकल्प होंगे. सिराज अपनी रफ्तार और स्विंग से पाकिस्तानी बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं, जबकि शार्दुल ठाकुर अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ निचले क्रम में कुछ बड़े शॉट भी लगा सकते हैं. पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइन-अप को देखते हुए, एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज रखने का विकल्प भी काफी लुभावना है.

क्या हो सकती है फाइनल प्लेइंग इलेवन?

कप्तान रोहित शर्मा और कोच द्रविड़ के लिए यह फैसला लेना आसान नहीं होगा. हालांकि, भारतीय टीम के हालिया प्रदर्शन और रणनीति को देखते हुए, वे शायद अक्षर पटेल को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने को प्राथमिकता दे सकते हैं. इससे न सिर्फ स्पिन गेंदबाजी मजबूत होगी, बल्कि टीम की बल्लेबाजी को भी नंबर 8 तक गहराई मिलेगी.