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Up Kiran, Digital Desk: बगहा के धनहा थाना क्षेत्र में बीते कुछ हफ्तों से खौफ का नाम बना रुस्तम आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया है। 18 सितंबर की रात पुलिस पर हमले की वारदात के बाद से रुस्तम फरार था। बुधवार की शाम भगड़वा गांव के पास उसे धर दबोचने में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली।
पुलिस के ऑपरेशन से खत्म हुआ डर का माहौल
थानाध्यक्ष अमित कुमार सिंह के नेतृत्व में चली इस छापेमारी ने न केवल अपराधी को पकड़ा, बल्कि गांवों में फैले डर को भी खत्म कर दिया। लगातार दबिश के बाद लोगों को पहली बार सुकून मिला है। पुलिस का यह कदम क्षेत्र में कानून व्यवस्था बहाल करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
दरोगा से की थी मारपीट, छीनी थी रिवॉल्वर
घटना की रात यूपी पुलिस और धनहा थाना की टीम वारंट लेकर रुस्तम को पकड़ने पहुंची थी। तभी उसने अपने घरवालों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में दारोगा प्रमोद कुमार को बुरी तरह पीटा गया और उनकी सर्विस रिवॉल्वर व मोबाइल फोन छीन लिए गए। इस वारदात ने पुलिस विभाग को हिला कर रख दिया था।
डीआईजी ने खुद संभाली थी कमान
हमले के बाद जिले भर की पुलिस हरकत में आ गई। फरार रुस्तम को पकड़ने के लिए उसके घर कुर्की का नोटिस चिपकाया गया। लगातार अभियान चलाए गए। मामले की गंभीरता को देखकर डीआईजी हरिकिशोर राय खुद मौके पर पहुंचे और जांच को तेजी दी। पुलिस ने दो दिनों में छीनी गई रिवॉल्वर भी बरामद कर ली थी।
प्रेस्टीज की लड़ाई जीतने का दावा
पुलिस के लिए रुस्तम की गिरफ्तारी सिर्फ एक केस क्लोज करने जैसा नहीं था, बल्कि विभागीय साख बचाने की लड़ाई भी थी। अधिकारियों का कहना है कि यह ऑपरेशन उनके लिए सम्मान की लड़ाई थी, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की।
अब खुलेगा तस्करी नेटवर्क का राज
पुलिस अब रुस्तम से उसके पूरे पशु तस्करी रैकेट के बारे में जानकारी जुटा रही है। यह माना जा रहा है कि पूछताछ के दौरान कई और नाम सामने आ सकते हैं। पशु तस्करी के इस गोरखधंधे पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस अब पूरे नेटवर्क की छानबीन में जुट गई है।