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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) में हाल ही में कई अहम बदलाव हुए हैं, जिनमें शोएब मलिक का मेंटर पद से इस्तीफा प्रमुख है।  43 वर्षीय मलिक ने अपने बयान में कहा कि व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं के कारण वह इस भूमिका को जारी नहीं रख सकते।  हालांकि, उन्होंने राष्ट्रीय टी20 कप में सियालकोट की टीम में खिलाड़ी के रूप में भाग लेने का निर्णय लिया है, जिससे चयनकर्ताओं और प्रशंसकों के बीच विवाद उत्पन्न हुआ है।  इस निर्णय के बाद, सियालकोट की टीम के कोच मंसूर अमजद ने मलिक की भूमिका को 'इनफील्ड मेंटरिंग' के रूप में प्रस्तुत किया है, जिसका उद्देश्य युवा खिलाड़ियों को मैचों के दौरान मार्गदर्शन प्रदान करना है।

इसके अतिरिक्त, वसीम अकरम, शाहिद अफरीदी, और मियां दीन जैसे अन्य वरिष्ठ खिलाड़ियों को भी मेंटर पद से हटाया गया है।  इन बदलावों के पीछे PCB की रणनीति युवा खिलाड़ियों को अधिक अवसर प्रदान करना और घरेलू क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय स्तर से जोड़ना है।  हालांकि, इन निर्णयों पर प्रशंसकों और विशेषज्ञों की मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं।

शोएब मलिक का मेंटर पद से इस्तीफा और अन्य वरिष्ठ खिलाड़ियों की छुट्टी पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है।  अब देखना यह होगा कि PCB की नई रणनीति पाकिस्तान क्रिकेट को किस दिशा में ले जाती है और युवा खिलाड़ियों को कितना अवसर मिलता है। 
 

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