
Up Kiran, Digital Desk: कोलकाता से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक कानून की छात्रा के साथ कथित तौर पर उसके कॉलेज परिसर के अंदर बलात्कार किया गया। इस जघन्य अपराध के आरोप में उसी कॉलेज के छात्र देबंजन दास को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह घटना कॉलेज परिसर के भीतर हुई। पीड़िता ने तुरंत अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर, पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं, जिनमें 376 (बलात्कार), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), और 506 (आपराधिक धमकी) शामिल हैं, के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज की।
कॉलेज प्रशासन ने शुरू में इस घटना को कम आंकने की कोशिश की, यह दावा करते हुए कि यह कॉलेज के अंदर नहीं हुई थी। इस रवैये ने छात्रों और विभिन्न संगठनों से तीखी आलोचना को जन्म दिया है, जो अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और परिसर में बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।
देबंजन दास की गिरफ्तारी शिक्षण संस्थानों में छात्रों, विशेषकर छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच हुई है। इस घटना ने परिसर में सुरक्षा प्रोटोकॉल और छात्रों के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने में कॉलेज प्रशासन की जवाबदेही पर नई बहस छेड़ दी है।
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