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Up Kiran, Digital Desk: जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए एक धमाके की गुत्थी सुलझाने में जांच एजेंसियां जितनी गहराई तक जा रही हैं, उतनी ही डरावनी और चिंताजनक सच्चाइयां सामने आ रही हैं. शुरुआती जांच के बाद अब एक बड़ा और दहला देने वाला खुलासा हुआ है: पता चला है कि इस धमाके के लिए सिर्फ एक सामान्य विस्फोटक नहीं, बल्कि एक 'शक्तिशाली विस्फोटक मिश्रण' का इस्तेमाल किया गया था, जिसे खास तौर पर बड़े आतंकी हमलों को अंजाम देने के इरादे से तैयार किया गया था! सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस खतरनाक मिश्रण के पीछे का हाथ फरीदाबाद के एक आतंकी मॉड्यूल (Faridabad module) का है, जिसने उच्च गुणवत्ता वाला 'अमोनियम नाइट्रेट' (High-grade Ammonium Nitrate) जुटाया था. यह खबर बताती है कि देश के खिलाफ बड़ी साजिश रची जा रही थी.

अमोनियम नाइट्रेट का उच्च ग्रेड: क्यों है इतना खतरनाक?

आपने शायद पहले भी 'अमोनियम नाइट्रेट' का नाम सुना होगा. यह अक्सर रासायनिक खादों में इस्तेमाल होता है, लेकिन जब इसे कुछ और रसायनों के साथ मिलाया जाता है, तो यह एक बेहद विनाशकारी विस्फोटक बन जाता है. जम्मू-कश्मीर धमाके में जो अमोनियम नाइट्रेट मिला है, वह 'उच्च गुणवत्ता' का था, जिसका मतलब है कि इसकी मारक क्षमता कई गुना ज्यादा होती है.

  1. बड़ी साजिश के संकेत: फरीदाबाद मॉड्यूल द्वारा इतने खतरनाक विस्फोटक को तैयार करना यह साफ दिखाता है कि उनका मकसद केवल छोटा-मोटा नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान करना था. 'बड़ी आतंकी स्ट्राइक' की तैयारी थी, जो पूरे क्षेत्र में दहशत फैला सकती थी.
  2. देश की सुरक्षा को खतरा: यह खुलासा दिखाता है कि देश के भीतर भी ऐसे स्लीपर सेल (sleeper cell) और आतंकी मॉड्यूल सक्रिय हैं, जो शांति भंग करने की फिराक में रहते हैं. जम्मू-कश्मीर में हुई ये घटना एक चेतावनी है कि देश के कई हिस्सों में ऐसे तत्वों पर लगातार निगरानी रखने की जरूरत है.
  3. विस्फोटक तक पहुंच की चिंता: यह भी एक बड़ा सवाल है कि उच्च गुणवत्ता वाला अमोनियम नाइट्रेट इन आतंकी मॉड्यूल तक कैसे पहुंचा. क्या इसे बाहर से लाया गया था या देश के भीतर ही किसी स्रोत से हासिल किया गया था? इन सवालों के जवाब भी जांच एजेंसियों को खोजने होंगे.

फिलहाल, सुरक्षा एजेंसियां फरीदाबाद मॉड्यूल के सभी सदस्यों की तलाश में हैं और यह समझने की कोशिश कर रही हैं कि उनके तार और कहां-कहां जुड़े हैं. इस धमाके के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां अब और भी ज्यादा सतर्क हो गई हैं. हमें उम्मीद करनी चाहिए कि इस पूरी साजिश का जल्द से जल्द पर्दाफाश होगा और सभी दोषियों को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा, ताकि ऐसी भयावह घटनाओं को दोबारा होने से रोका जा सके. यह घटना बताती है कि आतंकवाद एक सतत चुनौती है और इससे निपटने के लिए लगातार सतर्क और तैयार रहना होगा.