
Up Kiran, Digital Desk: राजनीति में अक्सर ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि सत्तारूढ़ पार्टी का कोई नेता, विपक्ष के अपने धुर विरोधी की तारीफ करे। लेकिन हाल ही में एक ऐसा ही दिलचस्प वाकया हुआ है। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की जमकर तारीफ की है।
ये तारीफ किस बात पर हुई? दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी हाल ही में कुवैत गए थे। वहाँ उन्होंने पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों (जैसे हिंदू, सिख, ईसाई) पर हो रहे अत्याचारों और उनके साथ होने वाले बुरे बर्ताव के बारे में खुलकर बात की।
अब ये बात इसलिए खास है क्योंकि पाकिस्तान अक्सर दुनिया को यह दिखाने की कोशिश करता है कि भारत में मुसलमानों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं होता और वह खुद को अल्पसंख्यकों का हितैषी बताता है (खासकर भारत के मुसलमानों का)। लेकिन ओवैसी, जो खुद भारत के एक प्रमुख मुस्लिम नेता हैं, उन्होंने विदेश की धरती पर जाकर पाकिस्तान के इस झूठ की पोल खोल दी। उन्होंने बताया कि असली दिक्कत पाकिस्तान में है जहाँ अल्पसंख्यकों को सताया जाता है।
किरण रिजिजू ने ओवैसी के इसी कदम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि ओवैसी ने जो किया वो बहुत अच्छा और सही काम है। रिजिजू के मुताबिक, ओवैसी ने पाकिस्तान के पाखंड (hypocrisy) को दुनिया के सामने उजागर किया है।
इस घटना से पता चलता है कि भले ही हमारे नेता राजनीतिक तौर पर एक-दूसरे से कितनी भी असहमत हों, लेकिन जब बात देश के सम्मान या किसी बड़े राष्ट्रीय मुद्दे की आती है, तो वे मतभेद भुलाकर सच्चाई का साथ दे सकते हैं। ओवैसी ने पाकिस्तान के खिलाफ बोला और रिजिजू ने इसकी सराहना की - यह दिखाता है कि पाकिस्तान के मुद्दे पर शायद हमारे नेताओं के बीच एक तरह की सहमति है, भले ही उनके राजनीतिक रास्ते अलग हों। यह वाकई एक सकारात्मक बात है!
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