
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर दहशतगर्दों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गया। सेना ने शनिवार को बताया कि दहशतगर्दों की घुसपैठ की कोशिश असफल कर दी गई।
सेना के जवानों ने बीती रात्रि केरी भट्टल के अग्रिम वन क्षेत्र में एक नाले के पास भारी हथियारों से लैस दहशतगर्दों के एक समूह की हरकत देखी। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सैनिकों ने घुसपैठियों को चुनौती दी, जिसके बाद दोनों ओर से भीषण फायरिंग हुई जो काफी देर तक चली।
झड़प के दौरान एक जेसीओ घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। इलाके को सील कर दिया गया है। अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्सन्यूएमएक्स पर एक बयान में कहा कि सैनिक की पहचान 9 पंजाब रेजिमेंट के कुलदीप चंद के रूप में हुई है।
पोस्ट में कहा गया है कि जीओसी व्हाइट नाइट कॉर्प्स और सभी रैंक 9 पंजाब के बहादुर सब-इंस्पेक्टर कुलदीप चंद के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। उन्होंने 11 अप्रैल की रात को सुंदरबनी के केरी-बट्टल क्षेत्र में एलओसी पर घुसपैठ विरोधी अभियान का बहादुरी से नेतृत्व करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
ये घटना 11 फरवरी को इसी क्षेत्र में हुई एक घातक मुठभेड़ के बाद हुई है, जब दहशतगर्दों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में एक कैप्टन सहित दो सैन्यकर्मी मारे गए थे और एक अन्य घायल हो गया था।