बस्तर जिले में पुलिस नशे के विरुद्ध अंतर्गत नशा करते पाए जाने पर कोटपा अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रही है। बस्तर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश्वर नाग, थाना प्रभारी, कोतवाली निरीक्षक सुरेश जांगड़े के नेतृत्व में शासन द्वारा मादक द्रव्य एवं प्रभावी पदार्थों के अनाधिकृत व्यवसायों एवं व्यापक पर प्रभावी नियंत्रण हेतु दिए गए निर्देश के आधार पर नशा मुक्ति अभियान निरंतर जारी है।
आज संयुक्त समाज कल्याण विभाग, फूड एंड ड्रग विभाग, नगर निगम, शिक्षा विभाग, बाल सुरक्षा समिति के सदस्यों एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से नशा मुक्ति हेतु शहर में जन जागरूकता अभियान चलाया गया। सार्वजनिक स्थानों पर नशा करते हुए 32 व्यक्ति को पकड़ा गया है, जिसे सात हज़ार पचास रुपए का जुर्माना लिया गया और कोटपा अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
बस्तर पुलिस सतत नशा मुक्ति अभियान चला रही है पर आदिवासी बाहुल क्षेत्र होने की वजह से बस्तर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में नशा आम बात है। जहां चाह कर भी पुलिस बैन नहीं लगा सकती। हालांकि सार्वजनिक स्थानों पर नशा करने वालों के विरुद्ध निरंतर कार्यवाही की जा रही है। जगदलपुर पुलिस के द्वारा समाज कल्याण विभाग, औषधि विभाग, जिला चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर के एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान छेड़ा गया जिसमें कुल 36 ऐसे व्यक्ति जो सार्वजनिक स्थल पर धुम्रपान कर रहे थे उनसे लगभग ₹7,000 का समन शुल्क वसूल किया गया है। ये अभियान लगातार जारी है।
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