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Up Kiran, Digital Desk: केरल की ब्यूरोक्रेसी में एक अभूतपूर्व घटना में, एक सस्पेंडेड IAS अधिकारी ने राज्य के सबसे बड़े ब्यूरोक्रेट, मुख्य सचिव, पर खुलेआम भाई-भतीजावाद और दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है, जिससे प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है.

निलंबित IAS अधिकारी एन. प्रशांत ने केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु पर एक और विवादास्पद ब्यूरोक्रेट, श्रीराम वेंकटरमन, के ट्रांसफर को लेकर तीखा हमला बोला है.

क्या है पूरा मामला:  सरकार ने हाल ही में श्रीराम वेंकटरमन को सप्लाईको (Supplyco) के पद से हटाकर केरल राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद (KSCSTE) का प्रमुख नियुक्त किया है. इसी ट्रांसफर पर सवाल उठाते हुए एन. प्रशांत ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी.

अपनी पोस्ट में, प्रशांत ने मुख्य सचिव पर तंज कसते हुए लिखा, "सांप्रतिक केरल के महान 'कुंबिडी' के लिए, खाने में छिपकली गिरना एक छोटी सी बात होगी!"

(आपको बता दें कि 'कुंबिडी' मलयालम सिनेमा का एक मशहूर किरदार है, जिसे चापलूसी और अपने बॉस की हर बात में 'हाँ' में 'हाँ' मिलाने का प्रतीक माना जाता है.)

प्रशांत ने आरोप लगाया कि मुख्य सचिव अपने चहेते अधिकारियों को बचाने के लिए "सुरक्षित रास्ता" दे रहे हैं, जबकि दूसरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हैं. उनका इशारा श्रीराम वेंकटरमन की तरफ था, जिन पर एक पत्रकार की मौत के मामले में गंभीर आरोप लगे थे.

प्रशांत ने सवाल उठाया कि जब किसी अधिकारी पर गंभीर आरोप लगते हैं, तो नियम और नैतिकता कहां चली जाती है. उन्होंने इसे पाखंड और दोहरा मापदंड करार दिया.

कौन हैं श्रीराम वेंकटरमन और एन. प्रशांत?

श्रीराम वेंकटरमन: ये वो IAS अधिकारी हैं जो 2019 में एक सड़क दुर्घटना के मामले में आरोपी थे, जिसमें पत्रकार के.एम. बशीर की मौत हो गई थी. इस मामले ने पूरे केरल को हिलाकर रख दिया था.

एन. प्रशांत: प्रशांत खुद गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के ठेके से जुड़े एक विवाद के चलते निलंबित चल रहे हैं.

प्रशांत के इस सार्वजनिक हमले ने केरल की ब्यूरोक्रेसी में चल रही अंदरूनी खींचतान को उजागर कर दिया है. एक निलंबित अधिकारी द्वारा सीधे मुख्य सचिव पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाने की घटना को बेहद असामान्य माना जा रहा .

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