
पटना — बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अचानक नीतीश कुमार के प्रति नरम रुख अपनाया है। इससे राजनीतिक गलियारों में सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह रुख केवल चुनावी रणनीति का हिस्सा है?
1. EBC वोट बैंक पर फोकस
तेजस्वी यादव अब ईबीसी (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) की ओर विशेष दिलचस्पी दिखा रहे हैं। नीतिश कुमार पर कटाक्ष करते हुए तेजस्वी ने लालू प्रसाद यादव की “मंगनी लाल मंडल” जोड़ी दोबारा सक्रिय करने की रणनीति बनाई है ताकि EBC वोटरों को आकर्षित किया जा सके।
2. मुस्लिम–यादव (MY) समीकरण को पोषण
राजद का चुनावी समीकरण MY (Muslim–Yadav) का बेस और मजबूत किया जा रहा है। विपक्ष में रहते हुए तेजस्वी इस समीकरण को बदलाव की ताकत की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
3. नीतीश के 'पलायन' और 'उम्र' को मुद्दा बनाया
तेजस्वी ने नीतीश पर आरोप लगाया है कि बिहार के युवा पलायन की समस्या का वह समाधान नहीं कर पाए। साथ ही उन्हें 'टायर्ड', 'रिटायर्ड अधिकारी' बताया, जिससे चुनावी गतिशीलता में बढ़ोतरी हो सकती है।
4. गठबंधन या मुकाबला?
जहां मीडिया में चर्चा थी कि तेजस्वी नीतीश को महागठबंधन में ढाल सकते हैं, वहीं तेजस्वी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अब कोई गठबंधन नहीं होगा और वह अकेले चुनाव लड़ेंगे।
--Advertisement--