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Up Kiran, Digital Desk: एशिया के दो प्रमुख लोकतंत्रों, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच संबंध अक्सर ऐतिहासिक और क्षेत्रीय मुद्दों पर तनावपूर्ण रहे हैं। हाल ही में एक नई घटना ने इन दोनों देशों के बीच संबंधों में एक और संभावित तनाव का बिंदु पैदा कर दिया है। जापान ने दक्षिण कोरियाई सैन्य विमान के उसकी 'हवाई रक्षा पहचान क्षेत्र' (ADIZ - Air Defense Identification Zone) में प्रवेश करने पर अपनी नाराजगी और खेद व्यक्त किया है।

क्या हुआ घटना? जापानी रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि दक्षिण कोरिया का एक सैन्य विमान बिना किसी पूर्व अनुमति या सूचना के जापान के हवाई रक्षा पहचान क्षेत्र में प्रवेश कर गया। यह घटना तब हुई जब विमान कथित तौर पर जापान के होन्शू द्वीप के पास उड़ान भर रहा था। हवाई रक्षा पहचान क्षेत्र किसी भी देश के संप्रभु हवाई क्षेत्र से अलग होता है, लेकिन यह एक ऐसा क्षेत्र होता है जहाँ देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हवाई यातायात की पहचान और निगरानी करता है। इस क्षेत्र में प्रवेश करने वाले किसी भी विदेशी विमान को आम तौर पर पहले से अपनी जानकारी देनी होती है।

जापान ने इस घुसपैठ को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है और दक्षिण कोरिया से इस पर स्पष्टीकरण मांगा है। जापान के रक्षा अधिकारियों ने कहा है कि उन्होंने दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय को राजनयिक चैनलों के माध्यम से अपनी आपत्ति दर्ज करा दी है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं अनजाने में भी क्यों न हों, क्षेत्रीय सुरक्षा और आपसी विश्वास के लिए ठीक नहीं हैं।

जापान-दक्षिण कोरिया संबंधों में तनाव के कारण:
दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर ऐतिहासिक रूप से तनाव रहा है:

ऐतिहासिक मुद्दे: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी औपनिवेशिक शासन और जबरन श्रम/यौन दासी (comfort women) का मुद्दा दोनों देशों के संबंधों में एक स्थायी काँटा रहा है।

क्षेत्रीय विवाद: डोकडो/ताकेशिमा द्वीप समूह पर संप्रभुता का दावा भी दोनों के बीच तनाव का एक प्रमुख स्रोत है।

सैन्य अभ्यास: अतीत में भी दोनों देशों के सैन्य विमानों और जहाजों के बीच ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो कभी-कभी तनाव का कारण बनी हैं।

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