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Up Kiran, Digital Desk: भारत के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज पुण्यतिथि है। इस अवसर पर उन्हें देश भर में, खासकर आंध्र प्रदेश में, भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। 'मिसाइल मैन' और 'जनता के राष्ट्रपति' के नाम से मशहूर डॉ. कलाम को उनकी सादगी, ईमानदारी और देश के प्रति समर्पण के लिए हमेशा याद किया जाता है।

जगह-जगह हुए कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में विभिन्न संगठनों और शिक्षण संस्थानों ने डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए। रोटरी क्लब, इनर व्हील क्लब, लायंस क्लब जैसे सामाजिक संगठनों के साथ-साथ जिला पुस्तकालय और जिला विज्ञान केंद्र में भी डॉ. कलाम की याद में कार्यक्रम हुए।

इन कार्यक्रमों में डॉ. कलाम की प्रतिमाओं और तस्वीरों पर माल्यार्पण किया गया और पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों और शिक्षकों ने भी उन्हें याद किया।

उनके आदर्शों को किया गया याद

वक्ताओं ने डॉ. कलाम के जीवन और उनके 'भारत को विकसित राष्ट्र बनाने' के सपने पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे डॉ. कलाम ने देश के युवाओं को हमेशा बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित किया। विज्ञान, शिक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान अतुलनीय है।

उनकी सादगी और कर्तव्यनिष्ठा आज भी लाखों लोगों, खासकर छात्रों और वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इस दिन लोग उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते और उनके आदर्शों को याद करते हुए श्रद्धांजलि देते हैं।

डॉ. कलाम का जीवन हमें सिखाता है कि कड़ी मेहनत, लगन और ईमानदारी से कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है और देश के लिए बड़ा योगदान दे सकता है। उनकी स्मृति में आयोजित ये कार्यक्रम सुनिश्चित करते हैं कि उनकी विरासत और विचार हमारी आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहें।

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