Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में एक और बड़ा और दिलचस्प बदलाव किया गया है। अब यहां के सरकारी स्कूलों के बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि भविष्य के लिए तैयार करने वाली प्रैक्टिकल पढ़ाई भी कराई जाएगी। दिल्ली की शिक्षा मंत्री रेखा गुप्ता ने छात्रों को "भविष्य के लिए तैयार" करने के मकसद से तीन नए और बेहद आधुनिक पाठ्यक्रम (करिकुलम) लॉन्च किए हैं।
ये नए विषय बच्चों को रटने-रटाने वाली पढ़ाई से निकालकर सोचने, समझने और नई चीजें बनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
क्या हैं ये 3 नए और खास सब्जेक्ट?
संज्ञानात्मक विज्ञान (Cognitive Science): यह एक बहुत ही दिलचस्प विषय है। इसमें बच्चों को सिखाया जाएगा कि हमारा दिमाग कैसे काम करता है, हम कैसे सोचते हैं, सीखते हैं और किसी भी चीज को याद रख पाते हैं। यह उन्हें अपनी सीखने की क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
डिजाइन और इनोवेशन (Design & Innovation): इस विषय में बच्चों को समस्याओं को सुलझाने के नए और créative तरीके सिखाए जाएंगे। उन्हें नई-नई चीजें डिजाइन करना, सोचना और अपने आइडियाज को हकीकत में बदलना सिखाया जाएगा।
वित्त और व्यापार (Finance & Business): यह आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। इसमें बच्चों को छोटी उम्र से ही पैसों का मैनेजमेंट (Financial Literacy) और बिजनेस की बेसिक बातें सिखाई जाएंगी, ताकि वे भविष्य में आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बन सकें।
अब बच्चे सिर्फ पढ़ेंगे नहीं, सोचेंगे भी
इस मौके पर शिक्षा मंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "हमारा लक्ष्य बच्चों को सिर्फ परीक्षा पास करने वाली मशीन बनाना नहीं है, बल्कि उन्हें एक ऐसा इंसान बनाना है जो créative तरीके से सोच सके और असल दुनिया की चुनौतियों का सामना कर सके।"
उन्होंने आगे कहा कि आज पूरी दुनिया में दिल्ली के एजुकेशन मॉडल की चर्चा हो रही है, और ये नए पाठ्यक्रम उसी दिशा में एक और बड़ा कदम हैं। इससे हमारे बच्चे ग्लोबल लेवल पर किसी से भी मुकाबला करने के लिए तैयार होंगे।
_1665223444_100x75.png)
_326121080_100x75.jpg)
_823271280_100x75.png)
_616156842_100x75.png)
_650762460_100x75.png)