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उत्तरकाशी की टनल में फंसे 40 मजदूरों को बचाने का कार्य जारी है. हालांकि हादसे को कई दिन बीत चुके हैं, पर फंसे हुए मजदूरों को अभी तक नहीं निकाला जा सका है. इस टनल में पुष्कर नाम का एक मजदूर भी फंसा हुआ है. पुष्कर को अपने भाई विक्रम से बात करने का नंबर आया। उस वक्त उन्होंने कहा, ''भाई, मां को ये ना बताना कि मैं यहां फंसे लोगों में से हूं.''

मीडिया को मुताबिक, उत्तरकाशी में सिल्कयारा टनल का एक हिस्सा रविवार को ढह गया, जिसमें फंसे लोगों में पुष्कर भी शामिल है। 25 साल के पुष्कर ने विक्रम सिंह से कहा, "मैं ठीक हूं. यहां और भी लोग हैं... मां को सच बताओगे तो वह परेशान होंगी." चंपावत जिले के छानी गोठ गांव निवासी विक्रम अपने भाई से बात करने के बाद रो पड़े।

आपको बता दें कि चंद दिन पहले टनल में फंसे मजदूर गब्बर सिंह ने वॉकी-टॉकी के जरिए अपने बेटे से बात की है. उन्होंने कहा कि मैं सभी कार्यकर्ताओं के प्रति जिम्मेदार हूं. मैंने यह भी कहा कि सभी को बाहर निकालने के बाद ही मैं बाहर आऊंगा. गब्बर सिंह सुपरवाइजर हैं। फिलहाल फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं. 

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