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आपको जानकर हैरानी होगी कि यह खिताब न तो किसी बॉलीवुड फिल्म के पास है और न ही किसी साउथ इंडियन फिल्म के पास, बल्कि यह गौरव हासिल किया है एक भोजपुरी फिल्म ने!
आखिर कौन सी है वो फिल्म:यह फिल्म है 2004 में आई मनोज तिवारी और रानी चटर्जी की ब्लॉकबस्टर मूवी - "ससुरा बड़ा पईसावाला" (Sasura Bada Paisawala)। अब आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे संभव है?
दरअसल, यहां "पसंदीदा" होने का पैमाना सिर्फ बॉक्स ऑफिस कलेक्शन नहीं, बल्कि लोगों तक पहुंच, यूट्यूब पर व्यूज और सांस्कृतिक प्रभाव है। और इस मामले में, "ससुरा बड़ा पईसावाला" ने जो कर दिखाया, वो किसी चमत्कार से कम नहीं था।
क्यों है यह दुनिया में भारत की सबसे 'पसंदीदा' फिल्म?
यूट्यूब पर व्यूज का महा-रिकॉर्ड: "ससुरा बड़ा पईसावाला" को जब यूट्यूब पर अपलोड किया गया, तो इसने व्यूज के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। भारत के अलावा, इसे दुनिया के उन सभी देशों में करोड़ों बार देखा गया जहां भोजपुरी बोलने वाली आबादी रहती है, जैसे कि मॉरीशस, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, और नेपाल। इन देशों में यह फिल्म घर-घर में देखी जाती है।
भोजपुरी सिनेमा का 'बाहुबली': यह वो फिल्म है जिसने मरते हुए भोजपुरी सिनेमा को एक नई जिंदगी दी थी। इसने न केवल बंपर कमाई की, बल्कि भोजपुरी फिल्मों के लिए एक नया बाजार भी তৈরি किया। आज भोजपुरी इंडस्ट्री जितनी बड़ी है, उसकी नींव इसी फिल्म ने रखी थी।
सांस्कृतिक जुड़ाव: फिल्म की कहानी और इसके गाने इतने देसी और जमीन से जुड़े हुए थे कि इसने आम आदमी के दिल में सीधे अपनी जगह बना ली। इसका गाना "जिया तू बिहार के लाला" आज भी लोगों की जुबान पर है।
भले ही 'बाहुबली' ने दुनिया भर के सिनेमाघरों में धूम मचाई हो, लेकिन "ससुरा बड़ा पईसावाला" ने दिलों और मोबाइल स्क्रीनों पर वो जगह बनाई है, जहां शायद कोई और भारतीय फिल्म आज तक नहीं पहुंच पाई है। यह दिखाती है कि एक फिल्म को महान बनाने के लिए सिर्फ बड़ा बजट ही नहीं, बल्कि लोगों से जुड़ने की ताकत भी होनी चाहिए।
 
                    
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