
Up Kiran, Digital Desk: नई दिल्ली के मैदान पर एक बार फिर हॉकी स्टिक की खनक और 'गोल!' का शोर गूंज उठा है। मौका है दूसरे हॉकी इंडिया सीनियर महिला इंटर-डिपार्टमेंट नेशनल चैंपियनशिप का, जहाँ देश की सबसे बेहतरीन और नामी-गिरामी टीमें एक-दूसरे को मात देकर चैंपियन का ताज पहनने के इरादे से उतरी हैं।
इस बड़े टूर्नामेंट का आगाज़ भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) के बीच एक ज़ोरदार और कांटे के मुकाबले के साथ हुआ। पहले ही मैच ने यह साफ़ कर दिया है कि अगले कुछ दिन हॉकी के दीवानों के लिए एक्शन, ड्रामा और रोमांच से भरपूर होने वाले हैं।
सबकी नज़रें हैं पिछले साल की चैंपियन 'रेलवे' पर
इस चैंपियनशिप की सबसे बड़ी दावेदार मानी जा रही है रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (RSPB) की टीम, जो पिछले साल की चैंपियन भी है। रेलवे की टीम इस बार भी अपने खिताब को बचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उनके पास कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं, जो किसी भी मैच का रुख पलटने का दम रखते हैं।
लेकिन इस बार राह नहीं होगी आसान
रेलवे को इस बार कड़ी टक्कर देने के लिए कई मज़बूत टीमें मैदान में हैं। इनमें अखिल भारतीय पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड, स्टील प्लांट खेल बोर्ड, यूको बैंक महिला हॉकी अकादमी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जैसी धाकड़ टीमें शामिल हैं, जो चैंपियन बनने का सपना लेकर आई हैं।
क्या है टूर्नामेंट का फॉर्मेट:टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही सभी 8 टीमों को दो ग्रुप - पूल 'ए' और पूल 'बी' में बांटा गया है। हर टीम अपने ग्रुप की बाकी टीमों से भिड़ेगी। दोनों ग्रुप से जो दो-दो टीमें टॉप पर रहेंगी, वे सीधे सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाएंगी, और फिर होगी फाइनल की वो जंग, जहाँ विजेता का फैसला होगा।
यह टूर्नामेंट सिर्फ एक ट्रॉफी की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह उन महिला खिलाड़ियों के लिए भी एक बहुत बड़ा मंच है जो अलग-अलग सरकारी विभागों और कंपनियों के लिए काम करती हैं और साथ-साथ अपने खेल के जुनून को भी ज़िंदा रखती हैं।