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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट टीम के बहुमुखी प्रतिभा के धनी बल्लेबाज केएल राहुल इस समय सुर्खियों में हैं। उनकी शानदार वापसी, बेहतरीन फॉर्म और महत्वपूर्ण मौकों पर टीम के लिए रन बनाने की क्षमता ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक विशेष स्थान दिलाया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आगामी इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां टेस्ट मैच, जो 30 जुलाई, 2025 को खेला जाएगा, सिर्फ एक मुकाबला नहीं, बल्कि इतिहास रचने का एक अभूतपूर्व अवसर बन गया है?

 इस मैच में केएल राहुल के पास क्रिकेट के सबसे महानतम बल्लेबाजों में से एक, सुनील गावस्कर के एक दशकों पुराने टेस्ट क्रिकेट रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका है। यह सवाल हर क्रिकेट प्रेमी के मन में उमड़ रहा है: क्या केएल राहुल गावस्कर के उस अविश्वसनीय टेस्ट रिकॉर्ड को ध्वस्त कर पाएंगे जो उन्होंने इंग्लैंड की धरती पर एक भारतीय ओपनर के रूप में स्थापित किया था?

सुनील गावस्कर का वो 'अभेद्य' रिकॉर्ड क्या है? जब हम भारतीय क्रिकेट इतिहास के पन्नों को पलटते हैं, तो सुनील गावस्कर का नाम 'लिटिल मास्टर' के रूप में हमेशा चमकता रहता है। गावस्कर ने 1979 की इंग्लैंड सीरीज में 542 रन बनाए थे, जो इंग्लैंड की धरती पर किसी भी भारतीय ओपनर द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड है। यह एक ऐसा कीर्तिमान है जिसे 40 वर्षों से भी अधिक समय से कोई भारतीय सलामी बल्लेबाज पार नहीं कर पाया है। 

यह न केवल गावस्कर का रिकॉर्ड है, बल्कि टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक भारतीय ओपनर की महानतम उपलब्धियों में से एक है। इंग्लैंड की मुश्किल और स्विंग लेती पिचों पर बतौर सलामी बल्लेबाज इतने रन बनाना किसी भी मायने में असाधारण उपलब्धि थी।

केएल राहुल की हालिया फॉर्म और संभावना: केएल राहुल ने पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह को फिर से मजबूत किया है, खासकर एक मध्य क्रम के बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में। उनकी तकनीक, धैर्य और बड़ी पारियां खेलने की क्षमता उन्हें एक विशेष बल्लेबाज बनाती है। हालांकि, वह एक सलामी बल्लेबाज के रूप में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और उन्होंने इंग्लैंड में सलामी बल्लेबाज के रूप में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

 उनकी हालिया फॉर्म बताती है कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से अपनी सर्वश्रेष्ठ अवस्था में हैं। इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले इस अंतिम टेस्ट मैच में राहुल के पास अपनी फॉर्म को भुनाने का एक शानदार अवसर होगा। यदि वे गावस्कर के रिकॉर्ड के करीब पहुंचना चाहते हैं, तो उन्हें न केवल एक बड़ा स्कोर बनाना होगा, बल्कि एक ऐतिहासिक पारी खेलनी होगी जो क्रिकेट जगत में हमेशा याद रखी जाए।

चुनौती और दबाव: सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ना कोई आसान काम नहीं है। यह न केवल असाधारण प्रतिभा, बल्कि मानसिक दृढ़ता, लगातार रन बनाने की क्षमता और इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खुद को ढालने की मांग करता है। केएल राहुल पर करोड़ों भारतीय फैंस की उम्मीदों का दबाव होगा, साथ ही इंग्लैंड की शानदार गेंदबाजी भी उन्हें आसानी से रन बनाने नहीं देगी।

 टेस्ट मैच की परिस्थितियां, पिच का व्यवहार और विरोधी टीम की रणनीति, ये सभी कारक राहुल के प्रदर्शन को प्रभावित करेंगे। उन्हें एक ऐसी पारी खेलनी होगी जो उन्हें भारतीय टेस्ट क्रिकेट के महानतम ओपनरों की सूची में शामिल कर सके। यह सिर्फ रन बनाने की बात नहीं है, बल्कि उस महानता को छूने की बात है जो सुनील गावस्कर के नाम के साथ जुड़ी है।

इतिहास रचने का महत्व: यदि केएल राहुल इस रिकॉर्ड को तोड़ने में कामयाब होते हैं, तो यह न केवल उनके व्यक्तिगत करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में भी एक नया अध्याय जुड़ जाएगा। यह साबित करेगा कि केएल राहुल किसी भी चुनौती का सामना करने और असंभव को संभव बनाने की क्षमता रखते हैं। यह उपलब्धि उन्हें क्रिकेट लीजेंड्स की सूची में शामिल कर देगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

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