
Up Kiran, Digital Desk: प्रशांति निलयम में थिरु ओणम का भव्य उत्सव एक आध्यात्मिक और मनमोहक प्रस्तुति के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर केरल के मलप्पुरम जिले से आए बाल विकास के बच्चों और साई यूथ ने "परित्राणाय भक्तानाम" नामक एक शानदार नृत्य-नाटिका प्रस्तुत की।
साई कुलवंत हॉल के दिव्य वातावरण में मंचित इस प्रस्तुति में संत जनाबाई की प्रेरक जीवन-गाथा को दर्शाया गया। संत जनाबाई भगवान विट्ठल की एक महान भक्त और कवयित्री थीं। युवा कलाकारों ने अपने भावपूर्ण नृत्य, मार्मिक अभिनय और गहरी भक्ति ऊर्जा के माध्यम से दर्शकों को संत की दुनिया में पहुंचा दिया, जिससे सभी के दिलों पर एक गहरी छाप पड़ी।
यह प्रस्तुति ओणम के गहरे सार को खूबसूरती से दर्शा रही थी - यह केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि पवित्रता, विनम्रता और ईश्वर के प्रति अटूट भक्ति का उत्सव है। विभिन्न क्षेत्रों से आए दर्शक बच्चों की भक्ति और उनके प्रदर्शन से बहुत प्रभावित हुए।
केरल की टीम ने साई कुलवंत हॉल को पारंपरिक फूलों की रंगोली (पूकलम) और उत्सव की सजावट से सजाकर समारोह में जीवंत रंग भर दिए। तीन दिनों तक, प्रशांति निलयम का वातावरण सांस्कृतिक समृद्धि, आनंद और आध्यात्मिक उत्साह से सराबोर रहा, जिससे ओणम की सच्ची भावना जीवंत हो उठी।
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