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Poland India Relation: भारतीय पीएम मोदी वर्तमान में पोलैंड के दौरे पर हैं, जो भारत और पोलैंड के बीच 70 साल पुरानी राजनयिक रिश्तों की यात्रा को दर्शाता है। इन दोनों मुल्कों के बीच गहरा ऐतिहासिक संबंध है, और पोलैंड में आज भी हिंदुस्तान के एक महाराजा की पूजा की जाती है। यहां की राजधानी वारसॉ में बीच चौराहे पर उनके नाम से श्रद्धांजलि दी जाती है।

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हिटलर के हमले के बाद पोलैंड के सैनिक महिलाओं और बच्चों को लेकर एक जहाज पर चढ़ गए थे। ये जहाज गुजरात के जामनगर पहुँचा, जहाँ महाराजा दिग्विजय सिंह ने पोलिश शरणार्थियों को शरण दी। 

महाराजा ने सन् 1942 से 1946 तक हजारों पोलिश बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा की, जब कोई अन्य देश उन्हें आश्रय देने के लिए तैयार नहीं था, दिग्विजय सिंह ने पोलैंड के लोगों की खूब और हर तरह से मदद की। इनमें से एक बच्चा बाद में पोलैंड का प्रधानमंत्री बना, जिसके बाद से दिग्विजय के किए गए एहसान को याद किया जाने लगा।

पोलैंड में आज भी महाराजा दिग्विजय सिंह की कद्र की जाती है। आठ स्कूलों के नाम उनके सम्मान में रखे गए हैं, और उनकी तस्वीर वाली टीशर्ट पहनकर पोलिश नागरिक उनकी याद को जीवित रखते हैं। पूर्व पोलिश राजदूत भी उन्हीं स्कूलों में पढ़े थे जो महाराजा के नाम पर हैं। वहां के कई नागरिकों के पूर्वज उनके सम्मान में पूजा करते थे। 
 

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