Up kiran,Digital Desk : दिल्ली वालों को मिली दो दिन की राहत बस एक सपना बनकर रह गई। हवा एक बार फिर भारी हो गई है और सांस लेना मुश्किल हो चला है। शुक्रवार की सुबह जब लोगों की आंखें खुलीं, तो बाहर धुंध और कोहरे की चादर बिछी हुई थी। आसमान में स्मॉग इस कदर छाया था कि कुछ दूर देखना भी मुश्किल था।
सड़कों पर निकले लोग मास्क लगाए दिखे, लेकिन हवा में घुले इस जहर से पूरी तरह बचना कहां मुमकिन है। खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें सांस की दिक्कत है, उनके लिए तो यह समय बहुत ही मुश्किल भरा है। सिर्फ दो दिनों के लिए दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में आई थी, जिससे थोड़ी उम्मीद जगी थी, लेकिन हवा की रफ्तार कम होते ही प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ गया और सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया।
गुरुवार को ही दिल्ली का एक्यूआई (AQI) 300 के पार चला गया था और शुक्रवार सुबह यह 326 पर पहुंच गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है।
दिल्ली के कौन से इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित?
हालात कुछ जगहों पर तो और भी बुरे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, जहांगीरपुरी में तो हवा 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई, जहां एक्यूआई 401 दर्ज किया गया। आनंद विहार (386), विवेक विहार (384), रोहिणी (384) और अशोक विहार (374) जैसे इलाकों में भी हवा में जहर का स्तर बहुत ज्यादा है। इन आंकड़ों से साफ है कि दिल्ली के कई हिस्सों में सांस लेना कितना खतरनाक हो चुका है।
क्या आगे कोई राहत मिलेगी?
फिलहाल तो राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। CPCB का कहना है कि शनिवार तक हवा 'बहुत खराब' श्रेणी में ही रहेगी। इसका मतलब है कि लोगों को अगले कुछ दिन और सावधान रहना होगा। सांस के मरीजों को खास ख्याल रखने की जरूरत है, और हो सकता है कि स्वस्थ लोगों को भी आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़े
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