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Up Kiran,Digital Desk: 14 साल के युवा वैभव सूर्यवंशी ने IPL में डेब्यू करने से कुछ दिन पहले अपने एक साथी खिलाड़ी से पूछा था "ऐसा कभी हुआ है आपने पहली ही बॉल पर छक्का मारा हो?" उस वक्त शायद किसी ने नहीं सोचा था कि यह नौजवान खुद इस सवाल का जवाब मैदान पर देगा और वह भी ऐसे अंदाज में कि इतिहास के पन्नों में उसका नाम हमेशा के लिए दर्ज हो जाएगा।

लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैच था। गेंदबाजी की जिम्मेदारी भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक आवेश खान के कंधों पर थी। यशस्वी जायसवाल ने स्ट्राइक ली एक रन बनाया और फिर क्रीज पर आए वैभव सूर्यवंशी। और फिर... जो हुआ वह किसी सपने से कम नहीं था। उस 14 साल के लड़के ने अपने IPL करियर की पहली ही गेंद को छक्के के लिए उड़ा दिया!

कोच को सुबह ही कह दिया था "सर आज मैं मारूंगा!"

सोमवार 28 अप्रैल की सुबह 10 बजे। वैभव सूर्यवंशी उठते हैं और सबसे पहला कॉल अपने बचपन के कोच मनीष ओझा को करते हैं। फुटवर्क और तकनीक पर थोड़ी बातचीत के बाद वैभव पूरे आत्मविश्वास से कहते हैं "सर आज मैं मारूंगा!" कोच मनीष ओझा ने भी उन्हें सलाह दी "मारना पर विकेट मत दे देना। इत्मीनान से खेलना यशस्वी से बात करते रहना।"

शाम को वैभव पैड पहनकर डगआउट से बाहर निकले यशस्वी से हाथ मिलाया - और फिर जो हुआ वह वाकई इतिहास बन गया।

एक और भविष्यवाणी सच!

उस पहली गेंद पर छक्का जड़ने वाले लड़के ने एक बार फिर अपनी बात सच साबित कर दी। बिहार के समस्तीपुर के इस 14 वर्षीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी ने 38 गेंदों में 101 रनों की तूफानी पारी खेली और महज 14 साल और 32 दिन की उम्र में IPL इतिहास का सबसे युवा शतकवीर बन गया।

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