
Up Kiran, Digital Desk: मानसून की विदाई से पहले ओडिशा एक बार फिर भारी बारिश की चपेट में है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। राजधानी भुवनेश्वर से लेकर तटीय और दक्षिणी जिलों तक, हर जगह जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
राजधानी भुवनेश्वर का हाल बेहाल
स्मार्ट सिटी भुवनेश्वर भारी बारिश के कारण तालाब में तब्दील हो गई है। कुछ ही घंटों की बारिश ने शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। शहर के कई निचले इलाके, जैसे नयापल्ली, जयदेव विहार, और ओल्ड टाउन, पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया, जिससे गाड़ियां पानी में फंसी नजर आईं और ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। लोगों को अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। कटक शहर का भी यही हाल है, जहां कई इलाके पानी में डूब गए हैं।
इन जिलों पर है सबसे ज्यादा खतरा
IMD ने विशेष रूप से तटीय और उससे सटे आंतरिक जिलों के लिए गंभीर चेतावनी जारी की है।
रेड अलर्ट: पुरी, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, ढेंकानाल और नयागढ़ जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा (20 सेमी से अधिक) की आशंका के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है।
ऑरेंज अलर्ट: गंजाम, कंधमाल, बौध, अंगुल, जाजपुर और भद्रक सहित कई अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है, जहां बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।
प्रशासन हुआ मुस्तैद:भारी बारिश की चेतावनी के बाद राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है। विशेष राहत आयुक्त (SRC) ने सभी जिला कलेक्टरों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैं। ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल (ODRAF) की टीमों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
आने वाले 24 से 48 घंटे ओडिशा के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, क्योंकि बारिश की तीव्रता और बढ़ने की आशंका है, जिससे कई नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है और बाढ़ का खतरा और गहरा सकता है।