
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और संचालन विश्वसनीयता को ध्यान में रखते हुए आगामी 1 अगस्त 2025 से करीब 90 ट्रेनों का नया समय-सारणी लागू करने का निर्णय लिया है। इसमें विशेष रूप से चौरीचौरा एक्सप्रेस (15003/15004), जो कानपुर–गोरखपुर मार्ग पर दैनिक रूप से संचालित होती है, शामिल है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह बदलाव उन ट्रेनों के स्टाफ़िंग, यातायात प्रबंधन और प्लेटफॉर्म उपलब्धता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने बताया कि रात में और सुबह के शीर्ष समय पर ओवरलोडिंग और प्लेटफॉर्म भीड़ के चलते छूट-छटवाड़ों की घटनाएँ बढ़ी थीं।
उदाहरण के लिए, चौरीचौरा एक्सप्रेस अब कानपुर अनुप्रगंज से शाम 4:40 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 6:10 बजे गोरखपुर पहुंचेगी, जबकि रिटर्न ट्रेन शाम करीब 11:20 बजे गोरखपुर से चलेगी और दोपहर 12:20 बजे कानपुर पहुंचेगी । इससे प्रमुख स्टेशन पर आगमन और प्रस्थान समय बेहतर समन्वित होगा और यात्रियों को कनेक्टर साधनों का बेहतर सुविधा संपन्न उपयोग मिलेगा।
रेलवे ने सलाह दी है कि नियमित यात्री, विशेषकर जो हर दिन यात्रा करते हैं या ट्रेनों की ट्रांजिट कनेक्टिविटी पर निर्भर हैं (जैसे कि बस या मेट्रो), वे अपने यात्रा की योजना नए समय-सारिणी के अनुसार संशोधित कर लें। परिवर्तित समय रेलवे की वेबसाइट, IRCTC मोबाइल ऐप, और स्टेशनों पर लगे अपडेटेड चार्ट्स पर उपलब्ध होंगे।
प्रभाव और प्रतिक्रिया:
यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम होने से आराम मिलेगा।
त्वरित ट्रांजिट ट्रेनों जैसे मेल/एक्सप्रेस के साथ अच्छी कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी।
ट्रेनों की समयनिष्ठा में सुधार के साथ संचालन लागत में कमी की उम्मीद है।
रेल पुलिस और स्टाफ को सितंबर 2025 तक यात्रियों को नए शेड्यूल की जानकारी देने, टिकट स्ट्रिंगिंग सुधारने और प्लेटफॉर्म निर्देशित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
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