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Indian Railways: मुंबई की लोकल ट्रेनों के बारे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जिनमें हर दिन लाखों यात्री सफर करते हैं। ये बात सामने आ रही है कि मुंबई लोकल ट्रेन में यात्रा करते समय हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। अलग अलग उपायों के बावजूद ये दुर्घटनाएं रुकी नहीं हैं। इसी तरह हालांकि मुंबई के उपनगरीय रेलवे पर मौतों में मामूली कमी आई है, मगर 2024 में दुर्घटनाओं में घायल यात्रियों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है।

2023 में मुंबई उपनगरीय रेलवे पर 2,590 लोगों की मौत हो गई। 2024 में ये तादाद थोड़ी कम हो जाएगी। हालाँकि, इसके बाद भी पिछले वर्ष कुल 2,468 यात्रियों की मृत्यु दर्ज की गई। रेलवे पुलिस (जीआरपी) के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई उपनगरीय रेलवे डिवीजन में मरने वालों की संख्या अभी भी बहुत अधिक है। पिछले दो वर्षों में ठाणे, कल्याण, बोरीवली और वसई स्टेशनों पर पटरी पार करते समय और ट्रेन से गिरकर सबसे अधिक यात्रियों की मौत हुई है।

पिछले वर्ष स्थानीय दुर्घटनाओं में 2,468 लोगों की जान चली गई। 2023 में 2,590 लोगों की मृत्यु होगी। इनमें से कुल 1,151 लोगों की मौत रेल पटरी पार करते समय हुई। रेलवे ट्रैक पार करते समय होने वाली दुर्घटनाएं मौत का सबसे बड़ा कारण हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में भीड़भाड़, दुर्घटनाओं और अन्य कारणों से हर दिन औसतन छह से सात मौतें होती हैं। बीते 20 वर्षों में 50,000 से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे दोनों विभागों द्वारा प्रतिदिन कुल 3204 लोकल सेवाएं संचालित की जा रही हैं। ये प्रतिदिन 7.5 मिलियन यात्रियों को परिवहन प्रदान करता है।

साल 2005 में हुई थी 26 हजार लोगों की मौतें

2005 से जुलाई 2024 के बीच पश्चिमी रेलवे पर 22,481 लोग मारे गये और 26,572 घायल हुए। पिछले दो वर्षों में वसई और बोरीवली रेलवे पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आने वाले स्टेशनों पर सबसे अधिक मौतें दर्ज की गई हैं। वर्ष 2024 में पश्चिम रेलवे के वसई रेलवे पुलिस स्टेशन की सीमा में ट्रेन से गिरकर अधिकतम 45 लोगों की मौत होने की संभावना है। 2024 में, बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर पटरी पार करने के कारण सबसे अधिक 137 मौतें हुईं। पश्चिमी रेलवे पर 1394 उपनगरीय सेवाएं संचालित होती हैं, जिनमें प्रतिदिन 3.5 मिलियन यात्री सफर करते हैं।

2009 से जून 2024 के बीच मध्य रेलवे पर 29,321 लोगों की जान चली गयी। कल्याण और ठाणे पिछले दो वर्षों में सबसे अधिक मौतों वाले स्टेशनों में से हैं। 2024 में कल्याण रेलवे पुलिस स्टेशन क्षेत्र में रेल दुर्घटनाओं में सबसे अधिक 116 लोगों की मौत हुई। वर्ष 2024 में ठाणे रेलवे पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर रेलवे ट्रैक पार करने के बाद 151 लोगों की मौत हो गई। मध्य रेलवे पर प्रतिदिन 1810 उपनगरीय लोकल सेवाएं संचालित होती हैं, जिनमें 40 लाख यात्री सफर करते हैं।

इस बीच कल्याण, विट्ठलवाड़ी, उल्हासनगर, अंबरनाथ, बदलापुर, शहाड़, अंबिवली, टिटवाला, खडवली, वासिंद, आसनगांव, अटगांव, खरडी और कसारा रेलवे स्टेशन कल्याण पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। ठाणे, कलवा, मुंब्रा, दिवा और ऐरोली रेलवे स्टेशन ठाणे रेलवे पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। गोरेगांव, मलाड, कांदिवली, बोरीवली और दहिसर रेलवे स्टेशन बोरीवली रेलवे पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आते हैं।